MBA Full Form in Hindi | MBA कैसे करें ( पूरी जानकारी हिंदी में )

आज के समय में विद्यार्थी के पास तमाम विकल्प मौजूद है जिसमें वह अपना करियर बना सकता है परंपरागत कोर्स के अलावा भी  कई ऐसे प्रोफेशनल कोर्स पाठ्यक्रम में रखे गए हैं इसमें एडमिशन लेकर आप अपनी रूचि के मुताबिक अपने करियर का चुनाव कर सकते है।प्रोफेशनल कोर्स का मतलब है ऐसा कोर्स जिसको करने से आप किसी विशिष्ट क्षेत्र में नौकरी पा सकते हैं जो भी विद्यार्थी प्रोफेशनल कोर्स अपने  करियर के रूप में चुनते हैं।

प्रोफेशनल कोर्स की  सबसे अच्छी बात यह होती है कि उसमें विद्यार्थी की रुचि होती है जैसे कि मान लीजिए आपको लिखने का शौक है तो आप प्रोफेशनल कोर्स के रूप में पत्रकारिता कर सकते हैं ठीक ऐसे ही यदि आपका रूचि व्यवसाय  के प्रबंधन में है तो ऐसे में आपके लिए प्रोफेशनल कोर्स के रुप में एमबीए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। इस कोर्स की पढ़ाई के दौरान आपको सफल बिजनेसमैन बनने के तरीके बताए जाते हैं।

MBA Full Form in Hindi

MBA Full Form in Hindi

अब तक तो आप समझ गए होंगे कि प्रबंधन से संबंधित पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स को हम MBA जानते हैं MBA का फुल फॉर्म’ ‘Master of business administration ‘होता है । संक्षेप में हम इसे MBA के नाम से पुकारते हैं। इस कोर्स  करने से विद्यार्थी को जॉब के कई अवसर प्राप्त होते है। यह कोर्स उम्मीदवार के लिए तब  बेहद सहायक होता है जब उम्मीदवार किसी बिजनेस में बतौर प्रबंधक के रूप नियुक्त किया गया जाता है। एक अच्छे बिजनेस मैनेजर में कौन से ऐसे गुण होने चाहिए जिससे कि आपको कम समय में अपने व्यवसाय में सफलता मिल सके। इन सभी के बारे में इस कोर्स में नॉलेज दी जाती है।

MBA पोस्ट ग्रेजुएट अभ्यर्थी की मल्टीनेशनल कंपनियों में बहुत अधिक भर्ती की जाती है यदि आप हम भी करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको ग्रेजुएट होना पड़ेगा और MBA की प्रवेश परीक्षा से भी गुजरना पड़ेगा। यदि आपने प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त किए हैं तो आपका Admission किसी अच्छे कॉलेज में मिल जाएगा सरकारी संस्थान के साथ-साथ private institutions संस्थान से भी आप इस कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं।

MBA के लिए कौन सी परीक्षाएं आयोजित की जाती है ?

एमबीए कोर्स करने के लिए जो प्रवेश परीक्षा ली जाती है ।उनमें CAT, MAT, XAT को शामिल किया गया है MBA  2 वर्षीय कोर्स होता है।छात्र को भारत में एमबीए के पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के लिए IIM द्वारा CAT के अतिरिक्त अन्य एमबीए प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होना होता है ।जबकि कई कोर्स ऐसे भी होते हैं जो बिना किसी प्रवेश परीक्षा के भी छात्र का एडमिशन ले लेते हैं।

MBA का पाठ्यक्रम कहा से शुरू किया गया था ?

जैसा की आपको ब्लॉग  के प्रारंभ में ही आपको बताया जा चुका है कि एमबीए का फुल फॉर्म ‘मास्टर ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन ‘होता है ।इस कोर्स को सर्वप्रथम 19वीं सदी के अंत में संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रस्तुत किया गया था ।वर्तमान समय में इस कोर्स का महत्व बढ़ता ही जा रहा है।

इस कोर्स पढ़ाई के दौरान छात्रों को व्यवसाय की विभिन्न रणनीतियों के बारे में जरूरी नॉलेज दी जाती है। इस कोर्स को करने के बाद अभ्यर्थी को व्यवहारिक से कॉरपोरेट दुनिया में काफी सफल होता है ।वह अपने बिजनेस को शिखर तक ले जाने में सक्षम हो जाता है अब MBA Ka Full Form Kya Hai तक तो आप समझ ही गए होंगे ही MBA की फुल फॉर्म क्या है ?इसकी कोर्स को करने के बाद आपको क्या लाभ प्राप्त होता है।

MBA कोर्स के दौरान क्या छात्र को soft skill की भी ट्रेनिंग दी जाती है

आमतौर पर विद्यार्थी के जेहन में प्रश्न उठता रहता है एमबीए क्या है ?इस कोर्स को करने के बाद किस क्षेत्र में जॉब अवसर प्रदान किए जाएंगे इन सभी प्रश्नों का जवाब आपको इस ब्लॉग में दिया जाएगा। MBA की पढ़ाई के दौरान आपको इसमें मुख्य सब्जेक्ट या ऑप्शनल विषयों को शामिल किया गया है।

इसके अंतर्गत अभ्यर्थी के पाठ्यक्रम में optional विषयो में,  Conversation, teamwork, group discussion, और social interaction जैसे  soft skill छात्रों में डिवेलप करने के लिए रखा गया है। MBA course के दौरान छात्रों को उन सभी चीजों से परिचित कराया जाता है जो उन्हें आगे व्यवसाय प्रबंधन  काम आ सके।

MBA का हिंदी में full form क्या होता है

आमतौर पर एमबीए का फुल फॉर्म से परिचित होते हैं परंतु उन्हें एमबीए का फुल फॉर्म हिंदी में क्या होता है ?इसकी जानकारी नहीं होती है एमबीए को हिंदी में ‘व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर ‘होता है सुविधा की दृष्टि से छात्र एमबीए संक्षिप्त में MBA पुकारते हैं.

MBA उम्मीदवार की शैक्षिक योग्यता क्या निर्धारित की गई है?

यदि आप एमबीए करके व्यवसाय प्रबंधन के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास कुछ शैक्षिक योग्यता अवश्य तौर पर होनी चाहिए जैसे कि छात्र का ग्रेजुएशन पूर्ण कर लिया हो तभी उन्हें एमबीए में एडमिशन मिल सकेगा। इसके अलावा छात्र को एडमिशन तभी मिलेगा जब ग्रेजुएशन डिग्री में उसको कम से कम 50% अंक मिले हो।

MBA course fee Structure

MBA entrance exam के लिए उम्मीदवार को बहुत अधिक फीस खर्च नहीं करनी पड़ती। इसकी फीस तकरीबन 1500 से 2000 रुपए के बीच हो सकती है यदि आप MBA करने का विचार कर रहे हैंऐसे में आपको पहले विभिन्न कॉलेज की फीस पता कर लेना चाहिए।MBA के लिए प्रत्येक कॉलेज में अलग-अलग fee Structure रखा गया है ।2 वर्षीय एमबीए के कोर्स के लिए आपको 2 लाख  ₹3  लाख तक  खर्च करने पड़ सकते हैं ।वहीं कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं जहां की फीस 5 से 10 लाख से ऊपर जा सकती है।

आपका इरादा जिस भी कॉलेज से MBA करने का हो उसमें अप्लाई करने से पहले आपको वहां के fee structure के बारे में जानकारी ऑनलाइन ले लेनी चाहिए ।Regular और Distance दोनों ही मे से किसी एक  mode से आप MBA कर सकते हैं ।MBA यदि आप Distance mode से करते है तो ऐसे में आपको इसके लिए31,500 रुपए का खर्च आएगा ।वही Regular mode से MBA करने पर 60,000 के आसपास खर्च होगा।

MBA पाठ्यक्रम के विभिन्न प्रारूप क्या है?

MBA के लिए छात्र दुनिया के top MBA colleges में दाखिला ले सकते है ।मनाए के कोर्स एवं प्रकार के जानने के लिए आप इंटरनेट पर सर्च करके इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।संक्षिप्त में MBA विशेषज्ञता का जिक्र नीचे किया गया है ।आप यहां से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

एक्जीक्यूटिव एमबीए

Executive MBA के तहत छात्र को एक प्रतिष्ठित कंपनी में 3 वर्ष या उससे अधिक के समय तक का  एक्सपीरियंस प्रदान करने के लिए postgraduate पाठ्यक्रम उपलब्ध कराती है। इस कोर्स को पूरा कर लेने के बाद छात्र कार्यकारी प्रबंधक या नेता के रूप में कार्यरत हो जाते हैं। इस कोर्स के पाठ्यक्रम कि मॉड्यूल के मुताबिक Executive MBA कोर्स के लिए अवधि 1-2 वर्ष निर्धारित की गई है।

रेगुलर एमबीए

Regular MBA कोर्स के लिए छात्रों को  रेगुलर इनरोल होकर  फुल टाइम कोर्स के लिए अध्ययन करना  पड़ता है ।फुल टाइम कोर्स मैं दाखिले के लिए स्टूडेंट को कम से कम 50% उससे अधिक अंक ग्रेजुएशन में हासिल करने होते हैं विशेषज्ञता की दृष्टि से रेगुलर एमबीए पाठ्यक्रम को पूर्ण करने में 2 से 3 वर्ष लग जाते हैं

एमबीए कॉरस्पॉडेंस

MBA correspondence उन छात्रों के लिए होता है जो किसी कारण से रेगुलर क्लास अटेंड नहीं कर पाते ऐसे में उनके पास डिस्टेंस लर्निंग के रूप में एमबीए कॉरस्पॉडेंस बेहतर विकल्प होता है ।इस कोर्स का फीस स्ट्रक्चर रेगुलर एमबीएfees structure, regular MBAपाठ्यक्रम की अपेक्षा कम होती है क्योंकि उम्मीदवार को घर बैठे अध्ययन करना होता है परीक्षा के लिए उन्हें अपने पास के केंद्र में जाना होता है।

MBA Specialization से उम्मीदवार को क्या लाभ होता है?

एमबीए के प्रथम वर्ष में आपको बिजनेस के बुनियादी जानकारी प्रदान की जाती है वही उम्मीदवार को दूसरे वर्ष उसे एक पार्टिकुलर फील्ड के स्पेशलाइजेशन करना होता है ।किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता से उसको  अच्छी खासी जानकारी  जॉब मिलने में सहायता होती है और आगे जाकर  उम्मीदवार को संबंधित क्षेत्र में नौकरी के अवसर प्राप्त होते हैं इसलिए उम्मीदवार के लिए यह बेहद आवश्यक है कि वह किसी भी फील्ड में स्पेशलाइज्ड हो जाए जिसकी आमतौर पर मार्केट में मांग अधिक हो।

जब आप एमबीए के लिए किसी स्पेशलाइजेशन क्षेत्र को चुन रहे हो तो उस दौरान ध्यान रहे स्पेशलाइजेशन के साथ-साथ आपने उस फील्ड के बारे में रुचि भी होना बेहद आवश्यक है। स्पेशलाइजेशन क्या होता है? और एमबीए में स्पेशलाइजेशन कि कौन-कौन से क्षेत्र है इसकी सूची नीचे दी गई है?

मार्केटिंग- आज का समय प्रत्येक कंपनी को मार्केटिंग की आवश्यकता पड़ती है ताकि उसके प्रोडक्ट और सुविधा से अधिक से अधिक लोग जुड़ सके और कंपनी मुनाफा कमा सके इसके लिए उन्हें स्पेशलाइजेशन की जरूरत पड़ती है जिनको मार्केटिंग का अच्छा ज्ञान हो वह लोगों को अच्छे से समझा और सिखा सके अपने प्रोडक्ट के बारे में जिससे लोग प्रोडक्ट यह सुविधा की ओर आकर्षित हो।

फाइनेंस- फाइनेंस का अच्छा ज्ञान रखने वाले यानी कि स्पेशलाइजेशन होने वाले उम्मीदवार कोइन्वेस्टमेंट बैंकिंग ,इंस्टीट्यूशनल, फाइनेंस, मर्चेंट बैंकिंग ,कॉरपोरेट फाइनेंस के अतिरिक्त इंटरनेशनल फाइनेंस के फील्ड में भी job   के अवसर  दिए जाते हैं।

इंटरनेशनल बिजनेस यदि आप अपने कारोबार को और अधिक बढ़ाना चाह रहे हैं यानी कि उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाना चाहते हैं तो ऐसे में भी आपको उन उम्मीदवारों की तलाश रहती है जिनको इंटरनेशनल बिजनेस की अच्छी सूज भुज होती है जोकि इंटरनेशनल बिजनेस में स्पेशलाइज्ड होते हैं।

Entrepreneurship: किसी भी व्यवसाय के स्टार्टअप के लिए आपको Entrepreneur की आवश्यकता पड़ती है जोकि इस क्षेत्र में स्पेशलाइज्ड हो उसे एंटरप्रेन्योर की पूरी जानकारी हो।

ऑपरेशन मैनेजमेंट: किसी भी बिजनेस को सुव्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए प्लानिंग, ऑर्गेनाइजिंग और कंट्रोलिंग के साथ ही सुपरवाइजिंग की आवश्यकता होती है। यह सब आपको स्पेशलाइजेशन के अंतर्गत सिखाया जाता है। यह उम्मीदवार के लिए सबसे बेहतर विकल्प होता है जो इंजीनियरिंग क्षेत्र से जुड़े हुए हैं।

हैल्थ केयर मैनेजमेंट: जैसा कि आप जानते ही होगे कि सेहत से संबंधित जितने भी डिपार्टमेंट और हॉस्पिटल आते हैं उनके प्रबंधन का कार्यभार की बागडोर स्पेशलाइजेशन के हाथों में होता है। यदि कोई  व्यक्ति चिकित्सा के क्षेत्र में जाना चाहता है और उन्हें मरीज की रेख देख  से कुछ ढंग करने के लिए आपके पास हेल्थ केयर मैनेजमेंट का विकल्प मौजूद होता है।

MBA की डिग्री प्राप्त करने के बाद उम्मीदवार को मिलने वाले जॉब अवसर MBA Career Options कुछ इस प्रकार हैं

  • मैनेजमेंट
  • मार्केटिंग 
  • Human Resources
  • फाइनेंस 
  • एकाउंटिंग
  • सेल्स
  • हेल्थकेयर

MBA डिग्री होल्डर की शुरुआती सैलरी कितनी होती है?

MBA course को पूरा कर लेने के बाद छात्र का आमतौर पर कैंपस सिलेक्शन हो जाने पर शुरुआती तौर पर 1,20,000 से 1,50,000 प्रति माह के आसपास होती है ।वही यदि आपने MBA किसी प्रतिष्ठित कॉलेज से किया है तो उसमें आपके एक्सपीरियंस और कार्य  के आधार पर तकरीबन 25 लाख का पैकेज प्रतिवर्ष प्रोवाइड किया जाता है। इसके अतिरिक्त यदि आपका सिलेक्शन बहुराष्ट्रीय कंपनी में हो जाता है तो ऐसे में आपका पैकेज और भी बढ़ने की संभावना रहती है।

MBA के बाद जॉब ऑप्शन

यदि आप एक बेहतर पैकेज की फिराक में है और चाहते हैं कि आपको काम के साथ-साथ नाम और शोहरत भी मिले तो इसके लिए आपको किसी प्रतिष्ठित कॉलेज से MBA की डिग्री लेनी चाहिए और अपनी रूचि के मुताबिक MBA stream को सेलेक्ट करना चाहिए MBA के प्रतिष्ठित कॉलेज में अपने मनपसंद  स्ट्रीम चुनकर अध्ययन कर लेने से आपको उसी क्षेत्र में  नौकरी के अवसर प्रदान किए जाते हैं।

MBA की स्ट्रीम का चुनाव करते समय आपको MBA की विभिन्न स्ट्रीम के विषय में भी जानकारी होना आवश्यक है। MBA की विभिन्न स्ट्रीम में एमबीए इन सेल्स, फाइनेंस मार्केटिंग ,ह्यूमन रिसोर्स ,अकाउंटिंग आदि के बाद यदि आप जॉब के लिए अप्लाई करते हैं तो आपको इस कोर्स से विशेष लाभ प्राप्त होता है।

क्या भारत के प्रतिष्ठित कॉलेज में MBA का कोर्स संचालित किया जाता है?

जो भी छात्र MBA course  को करने का विचार बना रहे हैं उन्हें सबसे पहले किसी अच्छे कॉलेज का चुनाव करना चाहिए ।MBA के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय में IIM कॉलेज की गणना की जाती है। भारत की बात करें तो भारत के प्रबंध संस्थान के अंतर्गत 4 शहरों में यह पाठ्यक्रम उपलब्ध था। लेकिन कुछ समय बाद इस कोर्स में लोगों की मांग बढ़ने लगी जिसके चलते और अधिक कमरों का निर्माण कराया गया और एमबीए की दो नई शाखाएं खोली गई।

भारत में एमबीए के top 10 MBA college को list की लिस्ट नीचे दी गई है। आप अपने शहर में स्थित एमबीए कॉलेज को खोज सकते हैं

  • फैकल्टी ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज ,दिल्ली
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट ,इंदौर
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कोझिकोड
  • आईएमटी:इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी 
  • एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, मुंबई
  • XLRI: जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ,जमशेदपुर
  • इंडियन इंस्टिटयूट ऑफ़ मैनेजमेंट – अहमदाबाद
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट – बैंगलोर
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट,लखनऊ
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट , कोलकाता

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World के सर्वश्रेष्ठ प्रतिष्ठित MBA colleges कौन से हैं?

यदि आप किसी अच्छे कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हो। इसके लिए आपको नीचे एक लिस्ट दी गई है जिसमें एमबीए के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज को शामिल किया गया

  • स्टैनफोर्ड बिजनेस स्कूल , यूनाइटेड स्टेट
  • हार्वर्ड ग्रैजुएट स्कूल ,यूनाइटेड स्टेट
  • द व्हार्टन स्कूल एट द यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसुलवानिया
  • लंदन बिजनेस स्कूल, यूनाइटेड किंगडम
  • MIT स्लोआन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट,यूनाइटेड स्टेट
  • INSEAD ,पेरिस
  • HEC ,पेरिस
  • यूनिवर्सिटी ऑफ चिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस,
  • यूनाइटेड स्टेट
  • IE बिजनेस स्कूल ,स्पेन
  • कोलंबिया बिजनेस स्कूल ,यूनाइटेड स्टेट

MBA की डिग्री से उम्मीदवार को मिलने वाले लाभ

MBA के क्षेत्र में उम्मीदवार को रोजगार के अवसर कोर्स के पूरा होते ही प्रदान किए जाते हैं। शुरुआती तौर पर उम्मीदवार को सैलरी कुछ कम दी जाती है लेकिन जैसे ही आपके पास अनुभव होता जाता है  ।वैसे ही आपकी सैलरी बढ़ा दी जाती है। इस क्षेत्र में आपको लगभग सब कुछ प्राप्त होता है MBA के उम्मीदवार को काफी प्रतिष्ठित जॉब मिलती  है जिससे उम्मीदवार भविष्य सुरक्षित हो जाता है।

एमबीए के बाद आपके आपके पास नौकरी के कई विकल्प दिए जाते हैं जिनमें या तो आप बिजनेस और इंडस्ट्री के क्षेत्र में जा सकते हो क्योंकि एमबीए के कोर्स के दौरान आपको बिजनेस करने के तरीके बताए जाते हैं कि कैसे आप अपने बिजनेस को शिखर पर ले जा सकते हैं वही दूसरा विकल्प आपका सिलेक्शन कैंपस के दौरान यदि किसी प्रतिष्ठित कंपनी में हो जाता है तो उस समय भी आपको अच्छा पैकेज सैलरी के रूप में प्रदान किया जाता है।

 

  • आमतौर पर देखा गया है कि जिसके घर में कमाने वाला कोई अन्य सदस्य नहीं होता ऐसे में उसके लिए एमबीए की रेगुलर डिग्री मैं एडमिशन ले पाना मुश्किल होता है क्योंकि उस व्यक्ति के ऊपर घर की भी जिम्मेदारियां होती है ऐसी परिस्थिति में आप एमबीए पार्ट टाइम के लिए इनरोल हो सकते हैं ऐसा करने से आप जॉब भी कर सकेंगे और उसके साथ साथ पढ़ाई भी पार्ट टाइम एमबीए करने में बहुत अधिक पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ते।

 

  • जैसा कि आपको पता हो गया कि एमबीए कोर्स की शुरुआत विदेशों से हुई है यानी कि स्कोर्स को कर लेने से आपको जॉब के अवसर विदेशों में भी प्रदान किए जाते हैं आप भारत में ही किसी किसी प्रतिष्ठित कंपनी मैं नौकरी करने के साथ-साथ विदेशों में भी जॉब के अवसर तलाश सकते हैं इसके लिए आपको एक इंटरव्यू से गुजर ना होगा यदि इंटरव्यू में आपने सफलता हासिल कर ली है तो आपको नौकरी मिलना तय है।

 

  • एमबीए कोर्स करने के दौरान आपको बिजनेस प्रबंधन करने की तरह-तरह की स्किल बताई जाती है जिसे अपनाकर आप एक सफल बिजनेस खड़ा कर सकते हैं इसके अतिरिक्त इस कोर्स को कंप्लीट करने के बाद आपकी पर्सनालिटी में भी काफी बदलाव आता है जटिल से जटिल समस्या का निवारण आप चुटकियों में निकाल लेने के सक्षम हो जाते हैं आपके दिमाग में नए नए बिजनेस आइडिया चलते रहते हैं लोगों को प्रभावित करने के लिए आपकी कम्युनिकेशन स्किल ही काफी होती है यही छोटी-छोटी चीजें आपके बिजनेस में सकारात्मक परिवर्तन लाती है।

 

  • एमबीए कोर्स के दौरान आपको किसी भी कार्य को करने के लिए रणनीति तैयार करने में सक्षम हो जाते हैं। इसके अंतर्गत आप को सिखाया जाता है कि किसी भी चीज के लिए प्लानिंग का क्या महत्व होता है। प्लानिंग सिर्फ आपके बिजनेस में ही लाभ नहीं पहुंचा था बल्कि आपकी व्यक्तिगत जीवन की जटिल समस्याओं का निदान भी निकालने में समर्थ होता है। MBA के उम्मीदवार के अंदर गजब का मनोबल होता है जिसके कारण उनकी सफलता निश्चित होती है।

 

  • कभी-कभी एमबीए के बाद उम्मीदवार को बिजनेस मैनेजमेंट में रूचि ना लेकर किसी दूसरे क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रहती है इसके लिए आप PhD के लिए अप्लाई कर सकते हैं जैसा कि आप जानते होंगे कि एमबीए एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स माना जाता है। इस कोर्स को पूरा करते हैं आप आगे की पढ़ाई के लिए PhD के लिए अप्लाई कर सकते हैं ।इसको पूरा करने के बाद आप किसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर कार्यरत हो सकते हैं।

Conclusion

तो आज आपने MBA Full Form in Hindi और MBA कैसे करें पूरी जानकारी हिंदी में प्राप्त की है उम्मीद है आपको जानकारी अच्छी लगी होगी और MBA को लेकर आपके मन में जो भी confusion थे वो दूर हो गए होंगे अगर अब भी आपके मन में कोई सवाल आ रहा है तो बेझिझक हमसे कमेंट करके पूंछ सकते हैं मैं आपके कमेंट का रिप्लाई ज़रूर दूंगा।

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