IAS full form in hindi | आईएएस की फुल फाॅर्म क्या होती है?

क्या आपने भी कभी जीवन मे आई.ए.एस ( I.A.S ) बनने का सपना देखा है? क्या आपको पता है की IAS full form in hindi क्या है? क्या आप इस बात को जानते है कि एक IAS Officer बनने के लिए क्या क्या करना पडता है? अगर आपका जवाब ‘‘ना’’ है तो हम आपको अपने इस लेख मे इसी के बारे मे बता रहे है। तो आप इस लेख को अतः तक पढे ताकी आपको इन सब चीजो के बारे मे पता चल सके क्या है वो चीजे आईये देखते है

आई.ए.एस क्या होता है ( What is IAS in hindi )

IAS full form in hindi

 

आई.ए.एस भारत मे सबसे बडी पोस्ट होती है जिसमे हर नागरिक अपनी परीक्षा दे सकते है। हर भारतीय का यह एक चमकदार सपना होता है की वो आई.ए.एस, आई.पी.एस की सेवाओ में पद हासिल करे।

कई युवा इस परीक्षा को पास करने के लिए सालों तैयारी करते हैं लेकिन उन्हें इसके सम्बंध मे सफलता हाथ नहीं लगती जबकि देश कुछ युवा साथी ऐसे भी होती जो अपनी तैयारी मे इतने स्मार्ट होते है ओ वो तैयारी भी इतनी स्मार्ट तरीके से करते हैं कि उन्हें पहली बार में ही इस पद के लिए सफलता मिल जाती है।

वास्तव में सबसे पहले जरूरी है कि हम अपने दिल ओर दिमाग मे इस बात को पूरी तरह बैठा ले की इस कठिन परीक्षा के लिए तैयार करें। सिर्फ सपने देखने और प्रतिभा होने से ही मात्र से कुछ नहीं होता बल्कि जरूरी यह भी है की प्रतिभा, मेहनत और व्यक्तित्व के कुशल तालमेल के साथ इस परीक्षा को अटेम्प्ट ( Attampt ) भी किया जाए। 

कैसे काम करता है आईएएस

एक आईएएस को काम करने के लिए कुछ नियम व शर्तो का पालन करना पडता है जिसमे मुख्यतः उनको कुछ प्रोटाॅल फाॅलो करने पडते है। एक आईएएस खण्ड मे एक एसडीएम के तौर पर काम करता है, एक आईएएस जिले मे कलेक्टर के पद पर काम करता है, एक आईएएस एक सम्भागीय आयुक्त के पद पर कार्य करता है, एक आईएएस राज्य मे सचिव के पद पर कार्य करता है, एक आईएएस देश मे मुख्य सचिव के पद पर काम करता है।

आईएएस को काम करने के लिए भी कुछ नियमो को फाॅलो करना पडता है। आईएएस का मुख्य कार्य अपने  खण्ड, जिले व राज्य मे प्राॅटोकोल को बनाये रखने का कार्य करता है।  So read here : IAS ka full form

एक आईएएस के मुख्य कार्य

क्या आपको पता है कि एक आईएएस क्या कार्य करता है नही पता तो हम आपको बता रहे है की एक आईएएस क्या कार्य करता है। जो देखते है। 

  • एक आईएएस का कार्य जिले मे सुरक्षा व सेवाओ को नियमित रूप से लागू करना होता है। अपने जिले व खण्ड मे एक आईएएस के कलेक्टर व एसडीएम के पद पर रहते हुए मुख्य कार्य करते है। 
  • एक आईएएस राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गई स्कीमो को जन जन तक पहुचाना होता है। राज्य सरकार द्वारा लागू किये गये याजनाओ को प्रोटोकोल के आधार पर योजना का लाभ पहुचाता है। 
  • एक आईएएस राज्य व जिले मे कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए कार्य करता है। एक आईएएस यह भी कार्य करता है की जिले व खण्ड मे कोई प्रोटाॅकोल को न तोडे इस बात का भी ध्यान रखते है। 
  • एक आईएएस अपने जिले मे अपने अधीन कार्यालयो मे कार्यरत कर्मचारियो को कार्य करने हेतु प्रचारित करता है। 
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आईएएस के गुण ( Properties of IAS )

हमारे देश मे हर वर्ष कई हजारो – लाखों विद्यार्थी अपने स्वर्ण सपने आईएएस बनने की आकांक्षा लिए अपने स्वर्णीम कैरियर के पथ पर नियमित आगे बढ़ते है। सरकारी क्षेत्र के कैरियरों में से भ यह सबसे लोकर्पीय कैरियर माना जाता है। यह एक ऐसा कैरियर है जो अन्य उम्मीदवारों की मौद्रिक आकांक्षो को पूरी करने के साथ-साथ उन्हें अन्य सरकारी मशीनरी के उस बेहतर स्तर पर शामिल होने का मौका भी देती है जिसमें वे लोगों के लिए कार्य कर सकें.

भारत मे सिविल सेवा की इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद कई हासिल पद हमें शक्ति, अधिकार एवं उनके निर्णय करने की उस स्तर की हद तक छूट देती है जिस अधिकार का प्रयोग कर हम लोग हर रोज दिन के हित में काम कर सकते हैं। किसी भी विद्यार्थी को देश की सबसे बडी परीक्षा आईएएस परीक्षा की तैयारी करने हेतु यह प्रेरित करती है।

भारत मे संघ लोक सेवा आयोग देश मे हर वर्ष जून माह मे सिविल सर्विस परीक्षा का आयोजन करती है ताकि वो इस सेवा के लिए योग्य उम्मीदवार को आईएएस, आईपीएस एवं अन्य प्रतिष्ठित केन्द्रीय सेवा पद पर आ सके। आईएएस परीक्षा ऐसा माना जाता है की यह भारत की सबसे कठिन परीक्षा है। इस लिए इस परीक्षा में अच्छे से सफल होने के लिए निरंतरता के साथ कठिन परिश्रम की आवश्यकता है।

एक आईएएस के पास कुछ गुण भी होने चाहिए जो निम्न है। 

  • नेतृत्व : देश के जो भी आईएएस होते है उनमे सबसे बडा गुण होना चाहिए नेतृत्वता का, अगर किसी भी आईएएस अधिकरी के पास नेतृत्वता का गुण नही है तो वह एक सफल आईएएस अधिकारी नही बन सकता 
  • प्रशासन : एक आईएएस एक प्रशासनिक अधिकारी का रोल निभाता है। एक आईएएस अधिकारी एक जिला कलक्टर का कार्य भी करता है साथ ही देश मे अपने अधीन प्रशासन व अपने अधीन खण्डो मे प्रशासनिक अधिकारी के तौर कार्य करता है। एक अधिकारी के तौर पर एक आईएएस पद पर रहते हुए कई अहम कार्य करता जिसमे उसका मुख्य कार्य होता प्रशासनिक अधिकारी का रोल निभाना। 
  • निर्णायक दृष्टिकोण : एक अधिकारी का मुख्य गुण मे यह भी शामिल है की एक आईएएस अधिकारी को निर्णायक होना भी जरूरी होते है। एक आईएएस के पास यह गुण भी होना जरूरी होता है की आपके पास निर्णायक व झट से फैसले लेने की क्षमता होनी चाहिए। 
  • ज्ञान : एक आईएएस के पास मुख्य रूप से यह भी गुण होता है की उसके पास ज्ञान होना चाहिए ताकी कोई भी उनके फैसलो को आसानी से ले सकते है। एक आईएएस के पास जरूरी ज्ञान भी होना चाहिए ताकि कानूनी फैसलो को ले सके। 
  • मेहनती और प्रतिबद्धता : एक आईएएस पुरे जिले का मालिक होता है तो यह मुख्य कारण भी है की एक आईएएस मेहनती होना भी जरूरी होता है। 
  • ईमानदारी : एक आईएएस का ईमानदार होना भी जरूरी होता है। ईमानदारी आईएएस का मुख्य गुण होता है। एक आईएएस को ईमानदार होना भी जरूरी है। So read here : IAS ka full form 

आईएएस कैसे बने  

आईएएस बनने के लिए भारत मे संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर साल एक परीक्षा आयोजित करवाई जाती है जिसे सिविल सेवा परीक्षा के नाम से जाना जाता है। सिविल सेवा परीक्षा मे कुछ 3 चरण होते है जिसे आप आसानी से पास कर सकते है।

आईएएस सेवा परीक्षा मे सबसे पहले प्री परीक्षा होती है जो हर साल जून माह मे होती है। इस प्री परीक्षा को पास करने के बाद आपको मुख्य परीक्षा मे बैठने के लिए बुलाया जाता है जो की हर माह अक्टूम्बर मे आयोजित होती है। इन दोनो परीक्षाओ के बाद अगर आप फाईनल सलेक्ट हो जाते है तो आपको इन्टरवियू के लिए बूलाया जाता है। 

आईएएस बनने के लिए कुछ योग्यता ( Eligibility for IAS )

अगर आप भी आईएएस बनने की सोच रहे है तो आपके पास कुछ निम्न योग्यताए होनी चाहिए जो की निम्न है। 

  • एक अभ्यार्थी के पास आईएएस बनने के लिए अभ्यार्थी के पास यह जरूरी होता है की अभ्यार्थी स्नातक पास हो। एक आईएएस बनने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक पास होना जरूरी होता है। 
  • एक अभ्यार्थी के लिए यह जरूरी होता है की व 21 वर्ष से लेकर 35 वर्ष के बीच हो, इसमे नियमानुसार आय मे छूट भी दी जाती है। 
  • एक अभ्यार्थी के लिए यह जरूरी होता है की अभ्यार्थी के पास अटेम्पट बचे हो क्योकि देश मे हर श्रेणी के लिए कुछ निश्चित अटेम्पट होने चाहिए। 
  • आईएएस बनने के अभ्यार्थी के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होना जरूरी होता है। 
  • आईएएस बनने के लिए अभ्यार्थी को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की पास करना जरूरी होता है।
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क्या होता है आई.ए.एस का फूल फाॅर्म ( IAS full form in hindi )

आई.ए.एस ( I.A.S ) का फूल फाॅर्म होता Indian Administrative Service है जिसे हिन्दी मे भारतीय प्रशासन सेवा कहते है। आई.ए.एस ( I.A.S ) बनने के लिए आपके पास कुछ विशेष योग्यता होनी चाहिए जो की यह साबित करती है की आप भी आ.ई.एस बनने की परीक्षा मे बैठने के लायक है।

Conclusion:

हमने हमारे इस लेख में आईएएस की फुल फाॅर्म क्या होती है ( IAS full form in hindi ) के बारे मे पढा ओर साथ अगर आप भी आईएएस बनने की सोच रहे है तो कैसे बने इसके बारे मे भी बताया गया है। आईएएस बनने के लिए कुछ योग्यताए निम्न होती है साथ ही अभ्यार्थीयो के पास यह मौका होता है की वह सिविल सेवा परीक्षा पास करे ओर इस पद पर अपना नाम बनाये।

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