Subedar kaise bane | आर्मी मे सूबेदार कैसे बने? उनकी सैलरी, पद, और रैंक

Subedar kaise bane – देश की सेवा करने के लिए सबसे अच्छी नौकरी आर्मी की मानी जाती है जिसमें देश के बॉर्डर पर खड़ा होकर देश की रक्षा की जाती है ताकि देश में रहने वाले हर नागरिक शांति से अपने घर में सो सके। अगर आप खुद को इतना बहादुर समझते हैं और देश के लिए कुछ काम करना चाहते हैं तो सूबेदार आपके लिए एक बेहतरीन पद हो सकता है और आज के लेख हम Subedar kaise bane के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का प्रयास किया गया है।

Image Credit – Subedar Kaise Bane

आज सरकारी नौकरी की तलाश हर कोई कर रहा है अगर आप आर्मी के क्षेत्र में कोई सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे है तो हम आपको बता दें कि सूबेदार एक पदोन्नति वाला पद है जिसे एक ऑफिसर रैंक का अधिकारी माना जाता है जो अपने नीचे बहुत सारे आर्मी ऑफिसर का नेतृत्व करता है। आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको Subedar kaise bane से जुड़ी कुछ आवश्यक जानकारियों को साझा करेंगे ताकि आप इस पद को पा सके और अपना और अपने परिवार का नाम रौसन कर सके।

Subedar kaise bane | आर्मी मे सूबेदार कैसे बने? उनकी सैलरी, पद, और रैंक

सूबेदार क्या होता है

सूबेदार एक बहुत ही प्रतिष्ठित आर्मी का पद होता है जिस पद पर विराजमान व्यक्ति अपने नीचे कार्य करने वाले सभी सिपाही और अन्य आर्मी अधिकारियों का नेतृत्व भारतीय सीमा पर करते है। सूबेदार आर्मी का ऑफिसर रैंक पद होता है जो एक पदउन्नति वाला पद है जिस पर एक सिपाही 5 प्रमोशन पाने के बाद विराजमान हो पाता है।

जैसा कि आप सब जानते होंगे आर्मी के अधिकारियों को अलग-अलग ग्रुप में बांटा जाता है तो जितने भी जूनियर कमीशन अधिकारी होते है जिनका काम भारतीय सीमा पर तैनात रहना होता है उनके प्रमुख ऑफिसर को सुविधा कहा जाता है जिसका कार्य सीमा पर खड़े सिपाही जवानों का नेतृत्व करने का होता है। सरल शब्दों में हम सूबेदार को एक ऐसी सरकारी नौकरी कह सकते है जिसमें वह आर्मी के जूनियर कमीशन अधिकारी की सूची का अफसर होता है। 

सूबेदार का क्या कार्य होता है

जैसा कि आप जानते है आर्मी में दो तरह के ग्रुप होते हैं पहला जूनियर कमीशन अधिकारी जो सीमा पर तैनात रहने का कार्य करते है और सीनियर कमीशन अधिकारी जो सीमा से 10 किलोमीटर या 20 किलोमीटर की दूरी पर बहुत अधिक लड़ने वाले सामानों के साथ तैनात रहते हैं ताकि जरूरत पड़ने पर उनकी मदद की जा सके जिस प्रकार सीनियर कमीशन अधिकारी लेफ्टिनेंट रैंक से शुरू होता है और जनरल या कर्नल रैंक तक जाता है उसी तरह एक जूनियर कमीशन अधिकारी के ग्रुप में पद सिपाही से शुरू होता है और हवलदार से होते हुए सूबेदार और मेजर सूबेदार तक जाता है।

सूबेदार जूनियर कमीशन अधिकारी में कार्यरत सभी सिपाही और हवलदार का प्रमुख होता है जिसका कार्य सीमा पर तैनात सभी सिपाही और अन्य अधिकारियों का नेतृत्व करना होता है सूबेदार लेफ्टिनेंट के नीचे का पद होता है जो अपने कार्य की खबर लेफ्टिनेंट तक पहुंचाता है। 

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आर्मी में सूबेदार बनने के लिए क्या करें

अगर आप आर्मी में सूबेदार बनना चाहते है तो हम आपको बता देना चाहते है कि सुविधाएं एक पदोन्नति वाला पता है अर्थात आर्मी में डायरेक्ट सूबेदार की भर्ती नहीं होती है यह एक जूनियर कमीशन अधिकारी में आता है जिस वजह से आपको सबसे पहले सिपाही के रूप में भर्ती होना होगा और कार्यकुशलता के अनुसार चार प्रमोशन लेने पर आपको नायब सूबेदार बनाया जाएगा नायब सूबेदार के रूप में आप एक सूबेदार के असिस्टेंट के तौर पर काम करेंगे और 5 साल इस तरह कार्य करने के अनुभव को प्राप्त करने के बाद आपको आर्मी में किसी निर्धारित सीमा का सूबेदार बना दिया जाएगा। 

आपको यह बात याद रखनी चाहिए कि आर्मी में सूबेदार का पद डायरेक्ट नहीं दिया जाता आपको जूनियर कमीशन अधिकारी में सिपाही के तौर पर भर्ती लेना होगा और वहां से प्रमोशन लेते हुए आपको सूबेदार का पद मिल पाएगा, यह एक बहुत जिम्मेदारी भरा पद होता है जिस वजह से इसे डायरेक्ट नहीं दिया जाता।

सूबेदार बनने के लिए योग्यता

अगर आप आर्मी में सूबेदार के पद पर नौकरी करना चाहते है तो आप इस नौकरी के लिए पात्र है या नहीं इसे समझने के लिए नीचे बताई गई जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ें – 

सूबेदार बनाने के लिए शैक्षणिक योग्यता

  • अगर आप सूबेदार बनाना चाहते है तो आपके पास स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
  • आप अपनी स्नातक की डिग्री किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से हासिल कर सकते हैं वह भी किसी भी स्ट्रीम में।
  • सूबेदार के पद पर विराजमान होने के लिए आपके पास सिपाही का अनुभव होना चाहिए अर्थात आवेदक को सबसे पहले सिपाही के पद पर नियुक्त होना होगा।

सूबेदार बनने के लिए उम्र सीमा

सूबेदार बनने के लिए सरकार के तरफ से किसी भी डायरेक्ट उम्र सीमा की बात नहीं की गई है क्योंकि इस पद पर अपडायरेक्ट नियुक्त नहीं हो सकते मगर प्रमोशन लेते हुए भी जो लोग सुविधा बनते हैं उनकी उम्र सीमा की अगर बात की जाए तो न्यूनतम उम्र सीमा 30 वर्ष और अधिकतम उम्र सीमा 40 वर्ष होती है।

सूबेदार बनाने के लिए मेडिकल योग्यता

सूबेदार बनाने से पहले व्यक्ति के किस प्रकार के टेस्ट होते है इसके बारे में बताया गया है –

  • आपकी आंख में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए सामान्य दृष्टि होनी चाहिए।
  • दौड़ में 5 मिनट में 1600 मीटर दौड़ने की क्षमता होनी चाहिए।
  • 2 इंच छाती फूलनी चाहिए, कम से कम 7 पुलअप्स और 10 pushups करने की क्षमता होनी चाहिए।

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सूबेदार कैसे बने (Subedar kaise bane)

अगर ऊपर बताई गई सभी जानकारियों को पढ़ने के बाद आपके मन में सूबेदार बनने के लिए इच्छा जाग रही है तो नीचे बताए गए निर्देशों का आदेश अनुसार पालन करें – 

Step 1 – सबसे पहले आर्मी के सिपाही में भर्ती होना होगा

सूबेदार बनने के लिए एक व्यक्ति के पास सिपाही के पद पर कार्य करने का अनुभव होना चाहिए जिसके लिए आपको सबसे पहले जूनियर कमीशन अधिकारी के रैंक में सिपाही के पद पर आवेदन करना होगा जिसके लिए आपको आर्मी की रैली भर्ती निकालनी होगी या प्रत्येक साल आर्मी में सिपाही के पद के लिए ऑनलाइन भर्ती निकाली जाती है उसमें आवेदन करना होगा।

Step 2 – अपना उन्नत कार्यक्षमता दिखाते हुए 4 प्रमोशन लेना होगा

जैसा कि हमने आपको बताया सूबेदार के पद पर पहुंचने के लिए आपको प्रमोशन लेकर ही जाना होगा इसका कोई डायरेक्ट तरीका नहीं है इस वजह से आपको सिपाही के पद पर भर्ती होते हुए अपनी कुशल कार्यक्षमता दिखानी होगी और चार बार प्रमोशन लेना होगा आमतौर पर हर 3 साल पर एक सिपाही को प्रमोशन दिया जाता है लेकिन हर प्रमोशन के साथ अवधि को बढ़ा दिया जाता है।

अगर आप तुरंत सूबेदार बनाना चाहते है तो आपको आर्मी में स्वयं को बेहतर कार्यकुशलता वाला सिपाही दिखाना होगा ताकि आपकी कार्यक्षमता से प्रभावित होकर आपको जल्दी प्रमोशन दिया जाए।

Step 3 – नायब सूबेदार के पद पर 5 साल कार्य करना होगा

ऊपर बताए गए निर्देशों के आधार पर जब आपको चार बार प्रमोशन दिया जाएगा तो आप चौथे प्रमोशन से नायब सूबेदार के पद पर विराजमान होंगे यह एक तरह से सूबेदार का असिस्टेंट होता है इस पद पर आपको कम से कम 5 साल तक कार्य करना होगा और सूबेदार के कार्य को समझना होगा।

जो व्यक्ति नायब सूबेदार के रूप में आर्मी में 5 साल कार्य करता है उसे सूबेदार के पद पर नियुक्त कर दिया जाता है। 

Step 4 – उसके बाद सूबेदार के पद की नियुक्ति हो जाएगी

ऊपर बताए गए निर्देशों का आदेश अनुसार पालन करने के बाद आप की नियुक्ति सूबेदार के पद पर कर दी जाएगी। आपको यह याद रखना होगा कि सूबेदार जूनियर कमीशन अधिकारियों का मुखिया होता है जो सीमा पर तैनात सिपाहियों का नेतृत्व करता है यह एक बहुत ही प्रतिष्ठित और जिम्मेदारी भरा पद है जिसे प्रमोशन देते हुए एक काबिल अधिकारी के हाथ में सौंपा जाता है। 

इंडियन आर्मी में सूबेदार की रैंकिंग

आर्मी में सुविधा को एक प्रतिष्ठित ऑफिसर रैंक पद माना जाता है। मगर जैसा कि हम जानते हैं आर्मी में जूनियर कमीशन अधिकारी एक ग्रुप होता है जिसमें उन लोगों को भर्ती किया जाता है जो सीमा पर कार्य बंद होंगे उसके बाद सीनियर कमीशन अधिकारी का चयन यूपीएससी परीक्षाओं के द्वारा किया जाता है जो सीमा से कुछ दूरी पर अहम फैसलों के लिए तैनात रहते है।

जूनियर कमीशन अधिकारी में मेजर सुबेदार, सूबेदार, नायब सूबेदार, हवलदार, और सिपाही जैसे पद आते है जिसमें आप सिपाही के पद पर डायरेक्ट भर्ती हो सकते हैं उसके बाद 4 प्रमोशन लेने के बाद नायब सूबेदार का पद दिया जाता है। एक सूबेदार लेफ्टिनेंट के नीचे कार्य करता है अगर आपने आर्मी में लेफ्टिनेंट कैप्टन जनरल कर्नल जैसे पद सुन रखे हैं तो आपको बता दें यह सीनियर कमीशन अधिकारी होते है, जो सीमा रेखा से कुछ दूरी पर अहम फैसले और सीमा के हाल-चाल को भांपने के लिए रहते हैं। 

अगर हम सूबेदार की रैंकिंग की बात करें तो हम यह कह सकते है, कि सूबेदार एक ऑफिसर रैंक अधिकारी है मगर आपको यह पता होना चाहिए कि सूबेदार जूनियर कमीशन अधिकारी का ऑफिसर होता है अगर आप यूपीएससी परीक्षा में एनडीए या सीडीएस जैसी परीक्षा को पास करते है तो डायरेक्ट लेफ्टिनेंट के पद पर विराजमान हो सकते है जो रैंकिंग में सूबेदार से बड़ा होता है।

सूबेदार की सैलरी कितनी होती है

हम अगर किसी भी नौकरी के लिए आवेदन करते हैं तो इसके पीछे पैसा बहुत बड़ा मकसद होता है अगर आर्मी में सूबेदार के पद पर नियुक्त होते हैं तो आपकी तनख्वाह कितनी होगी और आपको किस तरह की सुविधा सरकार से मिलेगी इसके बारे में अगर आप जानकारी ढूंढ रहे हैं तो सीधे तौर पर हम आपको बता दें कि एक सूबेदार बनते ही आपकी तनख्वाह ₹50000 प्रतिमाह हो जाएगी।

सूबेदार के पद पर एक व्यक्ति को सरकार के तरफ से ₹50000 प्रति माह दिया जाता है इसके अलावा महंगाई, भत्ता निशुल्क बच्चों की शिक्षा, और निशुल्क परिवार का स्वास्थ सरकार की तरफ से देखा जाता है। इसके अलावा एक आर्मी अधिकारी को कैंटीन की सुविधा दी जाती है ताकि वह बाजार के दाम से कम दाम पर राशन अपने परिवार के लिए खरीद सके और उन्हें भेज सकें।

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निष्कर्ष

आज के लेख में हमें आपको यह बताने का प्रयास किया Subedar kaise bane, सूबेदार क्या होता है, और इस पद के ऊपर किस तरह की जिम्मेदारियों को सौंपा जाता है हमने इस पद में आपको कदम दर कदम तरीकों में बताया कि किस तरह आप इंडियन आर्मी में सूबेदार के पद पर विराजमान हो सकते हैं और देश के लिए कार्य कर सकते हैं। 

अगर इस लेख में बताई गई जानकारियों को पढ़ने के बाद सूबेदार कैसे बने और उससे जुड़े कुछ अन्य आवश्यक प्रश्नों का सरल शब्दों में आपको उत्तर मिला है तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने सुझावों विचार या इंडियन आर्मी से जुड़े किसी भी प्रकार के प्रश्न को कमेंट में पूछना ना भूलें। 

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