भाविनाबेन पटेल जीवन परिचय, उपलब्धियाँ, शिक्षा, पैरालंपिक में प्रदर्शन सब कुछ जानो

भाविनाबेन पटेल जीवन परिचय पर केंद्रित व आधारित अपने इस आर्टिकल में, हम, आपसे पूछना चाहते है कि, क्या आप जानते है कि, पैरालम्पिक टेबल टेनिस के फाईनल में, पहुंचने वाले पहली भारतीय महिला कौन है यदि नहीं जानते है तो आपके लिए ये जानना बेहद जरुरी है क्योंकि भारत की इस पहली महिला ने, ना केवल पैरालम्पिक टेबल टेनिस के फाईनल में अपनी जगह बनाई बल्कि साथ ही साथ वर्तमान समय में, सभी महिलाओँ व युवतियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है और इसीलिए हम, अपने इस आर्टिकल में, आपको विस्तार से भाविनाबेन पटेल जीवन परिचय प्रस्तुत करेंगे।

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भाविनाबेन पटेल जीवन परिचय, उपलब्धियाँ, शिक्षा, पैरालंपिक में प्रदर्शन सब कुछ जानो

भाविनाबेन पटेल जीवन परिचय, उपलब्धियाँ, शिक्षा, पैरालंपिक में प्रदर्शन सब कुछ जानो

भाविनाबेन पटेल का ना तो जीवन ही सरल, सहज व आनन्दपूर्ण रहा है और ना ही पैरालम्पिक के टेबल टेनिस के फाईनल तक का सफ़र क्योंकि भाविनाबेन पटेल उस महिला का नाम है जिन्हें संघर्ष विरासत में प्राप्त हुई है लेकिन इन्होंने अपने संघर्ष को सहज स्वीकार किया और सफलता की एक दास्तान लिख दी जिसे पूरे भारतवर्ष के नारी सशक्तिकरण के इतिहास में, सुनहरे अक्षरों से दर्ज कर दिया गया है।

अन्त, हमारा ये आर्टिकल पूरी तरह से भाविनाबेन पटेल जीवन परिचय पर आधारित व केंद्रित होगा जिसमें ना केवल हम, आपको नारी सशक्तिकरण के इस नये स्तम्भ और प्रतीक के बारे में, पूरी जानकारी प्रदान करेंगे, इनके जीवन के हर संघर्षपूर्ण पहलू को आपके समक्ष प्रस्तुत करेंगे ताकि हमारी सभी भारतीय महिलायें उनसे प्रेरणा व प्रोत्साहन प्राप्त कर सकें।

टोक्यो पैरालम्पिक्स में भाविनाबेन पटेल से संबंधित रोचक तथ्य क्या है?

आइए अब हम अपने सभी पाठकों व खेल प्रेमियों को विस्तार से टोक्यो पैरालम्पिक्स में, भाविनाबेन पटेल के प्रदर्शन से संबंधित कुछ बेहद रोचक तथ्यों के बारे में, बतायें जो कि, इस प्रकार से हैं-

  1. पोलियो नामक गंभीर रोग पर विजय पाकर वापसी करने वाली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल ने, टोक्यो पैरालम्पिक्स 2021 में, फाईनल में अपनी जगह बनाते हुए ना केवल इतिहास रच दिया है बल्कि साथ ही साथ एक नई युग की शुरुआत भी कर दी है।
  2. पैरालम्पिक्स खेलों में, अपनी जगह बनाने वाले भाविनाबेन पटेल पहली भारतीय महिला है।
  3. हम, आपको बता दें कि, भाविनाबेन पटेल ने, पैरालम्पिक्स में, अभी तक टेबल टेनिस एकल क्लास 4 के सेमीफाइनल में जगह बनाकर एक पदक पक्का कर लिया।
  4. अब भारतीय बेटी भाविनाबेन पटेल, टोक्यो पैरालम्पिक्स 2021 में गोल्ड मैडल जीतने से केवल एक कदम की दूरी पर हैं।

उपरोक्त बिंदुओँ की मदद से हमने आपको भाविनाबेन पटेल द्धारा टोक्यो पैरालम्पिक्स 2021 के रोचक तथ्यों के बारे में, बताया।

कैसा रहा इतिहास रचने वाली भाविनाबेन पटेल का शुरुआती जीवन?

आइए अब हम, नारी सशक्तिकरण का प्रतीक व इतिहास रचने वाली भाविनाबेन पटेल के शुरुआती जीवन से आपको कुछ बिंदुओँ की मदद से परिचित करवायें जो कि, इस प्रकार से हैं-

  1. भाविनाबेन पटेल का जन्म कब, कहां और किनके यहां पर हुआ?

आइए अब हम, सबसे पहले अपने सभी पाठकों को बता दें कि, इतिहास रचने वाली हमारे भाविनाबेन पटेल का जन्म 6 नवम्बर, 1986 को गुजरात राज्य के मेहसाणा जिले में स्थित वडनगर गांव के एक मध्यमवर्गीय हंसमुख भाई पटेल के 5 सदस्यों वाले घर में हुआ था।

  1. भाविनाबेन पटेल के परिवार की पारिवारीक स्थिति कैसी थी?

आपको जानकर हैरानी होगी कि, पैरालम्पिक के टेबल टेनिस के फाईनल में पहुंचकर इतिहास रचने वाली भारतीय बेटी भाविनाबेन पटेल का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था जो कि, सामाजिक व आर्थिक तौर पर बेहद पिछड़ा हुआ था क्योंकि इनके पिता श्री. हंसमुख भाई पटेल एक परचून / किराने की दुकान चलाते थे जिससे नाम मात्र की आमदनी होती थी और इस प्रकार भाविनाबेन पटेल का व उनके पूरे परिवार का शुरुआती जीवन बेहद संघर्षपूर्ण स्थितियों में बीता।

  1. भाविनाबेन पटेल व उनके परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ कैसे टूटा?

पहले से ही भाविनाबेन पटेल व उनके परिवार आर्थिक तौर पर बेहद कमजोर था क्योंकि परचून / किराने की दुकान से आमदनी बेहद कम होती थी और घर खर्च भी पूरा नहीं हो पाता था लेकिन फिर भी किसी तरह गुजर – बसर हो रहा था।

लेकिन जब भाविनाबेन पटेल केवल 12 साल की थी तभी उन्हें पोलियो का रोग हो गया था और ये रोग, भाविनाबेन पटेल के साथ ही साथ उनके पूरे परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ लेकर आया था जिसने पूरे परिवार को बुरी तरह से तोड़ दिया था क्योंकि उनके पिता की इतनी आमदनी नहीं थी कि, वे भाविनाबेन पटेल का ईलाज करवा सकें।

जब भाविनाबेन पटेल कक्षा 4 में थी तभी उन्हें उनके ईलाज के लिए विशाखापत्तनम ले जाया गया जिससे उनके पूरे परिवार में मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था।

भारतीय खेल प्राधिकरण की मानें तो हम, आपको बता दें कि, पोलियो रोग के शुरुआती चरण में, भाविनाबेन पटेल में, इस रोग के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई जिसकी वजह से उनका ये रोग और गंभीर स्थिति में पहुंच गया।

  1. कैसा रहा भाविनाबेन पटेल का शैक्षणिक सफ़र?

आइए अब हम, अपने सभी पाठको को पैरालम्पिक में, इतिहास रचने वाली भाविनाबेन पटेल के शैक्षणिक सफ़र के बारे में, बतायें जो कि, कुछ बिंदुओँ के माध्यम से इस प्रकार से हैं-

  • भाविनाबेन पटेल ने, अपने पैतृक गांव से ही कक्षा 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की।
  • साल 2004 में, भाविनाबेन पटेल के पिता श्री. हंसमुख भाई पटेल ने, Blind Peoples Association में, उनका दाखिला करवाया जहां पर “तेजलबेन लाखिया” की देख – रेख में भाविनाबेन पटेल ने, Computer Course किया।
  • भाविनाबेन पटेल ने, गुजरात विश्वविघालय से Journalism अर्थात् पत्राचार में Graduation किया।

उपरोक्त बिंदुओँ की मदद से हमने आपको विस्तार से भाविनाबेन पटेल के शैक्षणिक सफ़र के बारे में, बताया।

  1. टेबल टेनिक से मैदान में कैसे पदार्पण हुआ भाविनाबेन पटेल का?

आइए अब हम, कुछ बिंदुओँ की मदद से आप सभी को विस्तार से बतायेंगे कि, टेबल टेनिस के मैदान में, भाविनाबेन पटेल का पदार्पण कैसे हुआ जो कि, इस प्रकार से हैं-

  • साल 2004 में, भाविनाबेन पटेल के पिता श्री. हंसमुख भाई पटेल ने, Blind Peoples Association में, उनका दाखिला करवाया तब उन्हें कुछ दिनों के बाद पता चला कि, उनके इस संस्थान में अलग – अलग खेलों का आयोजन भी किया जाता है।
  • अहमदाबाद के वस्त्रापुर में, सभी दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए ITI की शिक्षा प्रदान की जाती थी और इसी में भाविनाबेन पटेल ने, दाखिला लिया था और इसी दौरान उन्होंने धीरे – धीरे नेत्रहीन संघ में खेलना शुरु किया।
  • असल मायनो में, भाविनाबेन पटेल का टेबल टेनिक के मैदान में पदार्पण तब हुआ जब उन्होंने एक दिन नेत्रहीन बच्चो के टेबल टेनिस खेलते देखा और तभी से उन्होंने टेबल टेनिस के मैदान में, पदार्पण किया और टेबल टेनिस को अपना करियर बना लिया।
  • अब उन्होंने अपने टेबल टेनिस कोच श्री. ललन दोषी से फिटनेस ट्रैनिंग लेनी शुरु की और धीरे – धीरे टेबल टेनिस के क्षेत्र में, अपने पैर मजबूत करती गई।

उपरोक्त बिंदुओँ की मदद से हमने आपको बताया कि, कैसे भाविनाबेन पटेल का पदार्पण हुआ टेबल टेनिस के मैदान में।

  1. टेबल टेनिस के मैदान में कैसा रहा भाविनाबेन पटेल का प्रदर्शन?

आइए अब कुछ बिंदुओँ की मदद से आपको विस्तार से बतायेंगे टेबल टेनिस के मैदारन में, कैसा रहा भाविनाबेन पटेल का प्रदर्शन जो कि, इस प्रकार से हैं-

  • भाविनाबेन ने, अपने अन्तर्राष्ट्रीय खेल की शुरुआत जोर्डन से की।
  • साल 2007 में, बैंगलुरु में आयोजित पैरालम्पिक गेम्स में भाविनाबेन पटेल ने, अपने करियर का पहला गोल्ड मैडल जीता।
  • साल 2010 में, आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में, भाविनाबेन पटेल ने, हिस्सा लिया लेकिन क्वार्टर फाईनल तक ही सीमित हो गई।
  • भाविनाबेन पटेल ने, अपने जीवन का पहला अन्तर्राष्ट्रीय सिल्वर मैडल साल 2011 के “थाईलैंड ओपन” में जीता।
  • साल 2013 में आयोजित क्षेत्रीय एशियाई चैम्पियनशिप में भी सिल्वर मैडल जीता।
  • सिंग्लस में, सफलता प्राप्त करने के बाद भाविनाबेन पटेल ने, डबल्स में हाथ आजमाया और सोनलबेन पटेल के साथ अपनी जोड़ी बनाई और गोल्ड मैडल जीता।
  • भाविनाबेन पटेल को उनके उच्च खेल प्रदर्शन के लिए रियो 2016 पैरालम्पिक खेलों के लिए भी चुना गया।
  • साल 2018 में, आयोजित एशियन पैरा गेम्स में उन्होंने गोल्ड मैडल जीता।
  • देर – सबेर भाविनाबेन पटेल ने, साल 2020 में, आयोजित टोक्यो ओलम्पिक्स में, क्वालिफाई किया और इतिहास रचने वाली पहली भारतीय महिला बनी।

उपरोक्त बिंदुओँ की मदद से हमने आपको बताया कि, भाविनाबेन पटेल का टेबल टेनिस में, कैसा करियर रहा है?

  1. वर्तमान में क्या रैंकिंग है भाविनाबेन पटेल की?

हम, आपको बता दें कि, इतिहास रचने वाली हमारे इस भारतीय बेटी भावनाबेट पेटल की टेबल टेनिस में वर्तमान वर्ल्ड रैंकिंग 12 है और भाविनाबेन पटेल के जीवन में, एक समय ऐसा भी था जब उन्होंने वर्ल्ड टेबल टेनिस में 2 रैंक पर अपनी बादशाहत कायम की थी जो कि, साल 2011 में, आयोजित PTT Thailand Table Tennis में जीत के बाद हुआ था।

  1. भाविनाबेन पटेल का निजी जीवन कैसा है?

आइए अब हम, अपने सभी पाठकों को भाविनाबेन पटेल के निजी जीवन की भी एक झलक प्रदान करें जिसके तहत हम, आपको बता दें कि, इतिहास रचने वाली भाविनाबेन पटेल ने, जूनियर क्रिकेट खेल चुके निकुंज पटेल को अपना जीवन साथी चुना है और सुखपूर्वक अपना घरेलू जीवन जी रही है।

उपरोक्त सभी बिंदुओँ की मदद से हमने आपको विस्तार से भाविनाबेन पटेल के जीवन परिचय के बारे में, बताया ताकि आप प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत कहे जाने वाले भाविनाबेन पटेल से प्रेरणा व प्रोत्साहन प्राप्त कर सकें।

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निष्कर्ष

हमें पूरी उम्मीद है कि, भारतीय बेटी भाविनाबेन पटेल, टोक्यो पैरालम्पिक्स 2021 में, भारत के लिए गोल्ड मैडल इतिहास रचेगी और इसी उम्मीद व आशा से हमने अपने सभी पाठको व नव-युवतियों को विस्तार से भाविनाबेन पटेल के जीवन परिचय के बारे में, पूरी जानकारी प्रदान की ताकि आप उनसे प्रेरणा व प्रोत्साहन प्राप्त कर सकें।

अतः हमें उम्मीद व आशा है कि आपको हमारा ये आर्टिकल जरुर पसंद आया होगा जिसके लिए ना केवल आप हमारे इस आर्टिकल को लाइक करेंगे, शेयर करेंगे बल्कि साथ ही साथ अपने विचार व सुझाव भी हमें, कमेंट करके बतायेंगे ताकि हम इसी तरह के आर्टिकल आपके लिए समय – समय पर प्रस्तुत कर सकें।

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