Interview Ki Preparation Kaise Kare

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हमने और आपने अपनी लाइफ की शुरुआत में साक्षात्कार अर्थात् Interview का सामना किया ही किया है लेकिन क्‍या आप जानते है कि Interview Kya Hota Hai। इंटरव्यू किसे कहते हैं या फिर interview ki preparation kaise kare। यदि आपको इनकी जानकारी नहीं है तो आपको धीरज के साथ हमारा ये पूरा लेख अन्त तक जरुर पढ़ना चाहिए ताकि आप ना केवल Interview Kya Hota Hai। इसकी जानकारी प्राप्त कर सकें बल्कि साथ ही साथ इसकी तैयारी अर्थात् interview ki preparation kaise kare की जानकारी भी प्राप्त कर सकें।

चूंकि हम सभी जानते है कि ये गला काट प्रतिस्पर्धा का दौर है और इसीलिए आज के समय में Interview एक नकारात्मक रुप में उभर रहा है। जिसका सीधा का प्रभाव व परिणाम ये है कि हमारे युवाओँ के भीतर Interview को लेकर भारी दबाव व तनाव की स्थिति देखी जाती है। जिसकी वजह से वे ना तो Interview में अपना सर्वोच्च प्रदर्शन कर पाते है और ना ही Interview को सफलतापूर्वक पास कर पाते है।

इसीलिए हम आपको अपने इस लेख में आपको Interview Kya Hota Hai। इंटरव्यू किसे कहते हैं, और साक्षात्कार की तैयारी कैसे करें, Interview Ki Preparation Kaise Kare की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे ताकि हमारे सभी युवा व आम लोगो के मन से Interview का डर निकल सकें और वे सफलतापूर्वक Interview पास कर सकें यही हमारे इस लेख का प्राथमिक व मौलिक लक्ष्य है।

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इस लेख में हम इन बिंदुओं की विस्तारपूर्वक चर्चा की जायेगी जो कि इस प्रकार से हैं-

  1. Interview Kya Hota Hai
  2. Interview का लक्ष्य क्या होता है
  3. Interview आजकल डर और खौफ का विषय क्यूं बनता जा रहा है
  4. साक्षात्कार की तैयारी कैसे करें

Interview Kya Hota Hai

Interview अंग्रेजी भाषा का एक शब्द है जिसका हिंदी रुपान्तरण ’’ साक्षात्कार ’’ होता है अर्थात् आमने  सामने बैठ कर किसी खास लक्ष्य की पूर्ति के लिए किये जाने वाले सवाल जबावो की श्रृंखला को ही Interview या साक्षात्कार कहा जाता है।

Interview या साक्षात्कार एक पद्धति है जिसके माध्यम से सर्वश्रेष्ठ व उत्तम उम्मीदवार का चयन किया जाता है। क्योंकि आज की इस गला काट प्रतिस्पर्धा को देखते हुए Interview की प्रणाली को भी बेहद कठोर और निर्माणकारी बनाई गई है ताकि किसी भी एक संस्था के लिए योग्य उम्मीदवार का चयन किया जा सकें जो कि ना केवल अपने कार्यो का बेहतर ढंग से सम्पादन कर सकें बल्कि साथ ही साथ बेहतर ढंग से अपने कर्तव्यो व दायित्वो का सफलतापूर्वक निर्वाह भी कर सकें।

Interview कई प्रकारो से लिया जाता है और अलग अलग संस्थाओं द्धारा अपनी परम्परा का पालन करते हुए लिया जाता है अर्थात् हम कहना चाहते है कि, Interview का कोई एक ही सिद्धान्त नहीं है जिस पर हर बार Interview लिया जाये बल्कि इसकी अलग अलग प्रकृति और नियम होते है।

Interview वो पद्धति होती है जिसके माध्यम से किसी भी उम्मीदवार की योग्यता का मूल्यांकन किया जाता है, उसकी क्षमताओं और समर्थताओँ को उभारा जाता है और अन्त में, उनके आत्मविश्वास व इच्छाशक्ति की परीक्षा ली जाती है।

कई बार Interview किसी एक व्यक्ति द्धारा ले लिया जाता है तो कई बार किसी सरकारी संस्था में, अनेको विशेषज्ञो के बीच में, बैठकर एक अभ्यर्थी को अपना Interview या साक्षात्कार देना होता है ताकि उम्मीदवार की योग्यता को भली- भांति आंका जा सकें और उसी के अनुसार उनका चयन किया जा सकें और इसी पूरी प्रक्रिया व इसके सभी अलग अलग रुपो को संक्षिप्त में Interview जाता है।

Interview लेने का कारण व लक्ष्य क्या होता है

हमारे अनेको युवा आमतौर पर इस प्रश्न को लेकर परेशान रहते है कि आखिर Interview लिया ही क्यूं जाता है या फिर Interview का लक्ष्य क्या होता है। तो हम आपको कुछ बिंदुओं की मदद से Interview लेने व इसके लक्ष्यो के बारे में बताना चाहते है जो कि इस प्रकार से हैं

Interview लेने का कारण क्या है

1.एक योग्य उम्मीदवार का चयन किया जा सकें

किसी भी संस्था या कम्पनी द्धारा Interview लेने का सबसे मूल व प्राथमिक कारण यही होता है कि, एक योग्य उम्मीदवार का चयन किया जा सकें। आज कल शिक्षा का क्षेत्र एक व्यापार बन चुका है जहां पर शिक्षा कड़े परिश्रम से नहीं बल्कि रुपयो की महक से प्राप्त की जाती है अर्थात् ज्ञान को बाजार में बेचा जाता है और ऐसी सूरत में, एक कम्पनी अपने लिए एक योग्य उम्मीदवार के चयन के लिए जो तकनीक अपनाती है उसे ही Interview कहा जाता है।

2. कम्पनी या संस्था के अनुकूल उम्मीदवारो के चयन के लिए

जब किसी भी कम्पनी या फिर संस्था द्धारा Interview लिया जाता है तो उसके पीछे का मूल कारण यही होता है कि अपनी कम्पनी के अनुकूल एक योग्य उम्मीदवार का चयन किया जा सकें। जो कि ना केवल कम्पनी के विकास में, अपना योगदान दे सकें बल्कि साथ ही साथ कम्पनी के विकास के लिए अपने कर्तव्यो व दायित्वो का सफलतापूर्वक निर्वाह भी कर सकें।

3. कम्पनी को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए

ये एक तथ्य है कि यदि किसी कम्पनी में भले ही कम कर्मचारी हो लेकिन वे भी योग्य और सक्षम हो तो कम्पनी कम समय में, लगातार विकास करती है बजाय उस कम्पनी के जिसमें 100 कर्मचारी है लेकिन वे सभी अयोग्य या सक्षम ना हो तो कम्पनी विकास करने के बजाय और घाटे में आज जाती है। इसलिए हर कम्पनी / संस्था द्धारा अपने विकास हेतु योग्य उम्मीदवारो के चयन के लिए Interview लिया जाता है।

3. कम्पनी / संस्था को नये रक्त की ऊर्जा प्रदान करने के लिए

कम्पनी में पुराने कर्मचारी भी कार्य कर रहे होते है लेकिन कम्पनी / संस्था को नियमित तौर पर नई ऊर्जा की जरुरत होती है ताकि वे कार्यो के सफल सम्पादन से सफलता प्राप्त कर सकें और इसके लिए जरुरी होता है समय समय पर नये – नये कर्मचारीयो की नियुक्ति और इन्हीं में से योग्य कर्मचारीयो की नियुक्ति के लिए जरुरी होता है Interview लेन। इस प्रकार कम्पनी व संस्था को नये रक्त की ऊर्जा प्रदान करने के लिए भी Interview का आयोजन किया जाता है।

उपरोक्त सभी कारणो से Interview लिया जाता है।

Interview का लक्ष्य क्या होता है

1. कम्पनी के सतत विकास के लिए

प्राथमिक व मौलिक रुप से Interview का एकमात्र लक्ष्य यही होता है कि, एक ऐसे उम्मीदवार का चयन किया जाये कम्पनी से संबंधित अपने कर्तव्यो व दायित्वो का सफलतापूर्वक निर्वहन कर सकें बल्कि साथ ही साथ कम्पनी के सतत विकास में, अपना अमूल्य योगदान भी दे सकें।

2. कम्पनी के भीतर सकारात्मक ऊर्जा के संचार हेतु

जब तक कम्पनी के भीतर सकारात्मक माहौल नहीं होगा तब तक कम्पनी विकास प्राप्ति के अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकती है और इसलिए Interview लेने का मौलिक लक्ष्य ये भी होता है कि सफल व योग्य उम्मीदवारो का चयन किया जाये ताकि कम्पनी के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया जा सकें और कम्पनी का सतत तौर पर विकास किया जा सकें।

3.कम्पनी द्धारा निर्धारित लक्ष्यो की समय पर प्राप्ति हेतु

कम्पनी या संस्था सतत तौर पर विकास करने के लिए लक्ष्य तय करती है और इन लक्ष्यो की समय पर प्राप्ति तभी हो सकती है जब कम्पनी या संस्था में, योग्य उम्मीदवार हो और इन्हीं योग्य उम्मीदवारों के चयन के लिए अलग अलग कम्पनियों व संस्थाओं द्धारा Interview लिया जाता है ताकि कम्पनी के लक्ष्य प्राप्ति के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकें।

उपरोक्त दोनो बिंदुओं की मदद से हमने अपने युवाओं व आम पाठको को Interview लेने का कारणो व लक्ष्यो के बारे में, बताया।

Interview आजकल डर और खौफ का विषय क्यूं बनता जा रहा है

जैसा कि हम आमतौर पर कहते है कि, आज का समय गला काट प्रतिस्पर्धा का समय है और इसी प्रतिस्पर्धा की वजह से Interview आजकल डर और खौफ का विषय बनता जा रहा है और कुछ अन्य कारण भी है जैसे कि-

  1. बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ ही साथ Interview का स्वरुप भी कठोर होता जा रहा है।
  2. Interview में, असफल रहें उम्मीदवारों द्धारा Interview को लेकर भ्रान्तिपूर्ण अफवाहें फैलाई जाती है।
  3. Interview का बाजारीकरण होना।
  4. Interview को लेकर समाज का नकारात्मक रवैया।
  5. युवाओं व उम्मीदवारों में, Interview को लेकर अपूर्ण जानकारी व अभ्यास की कमी आदि।

उपरोक्त सभी बिंदुओं की मदद से हमने आपको बताया कि, Interview आजकल डर और खौफ का विषय क्यूं बनता जा रहा है ताकि हमारे युवा लगातार अभ्यास से Interview को सफलतापूर्वक पास कर सकें।

Interview Ki Preparation Kaise Kare

यहां पर हम अपने सभी युवाओं को Interview Ki Preparation Kaise Kare से संबंधित कुछ टिप्स व ट्रिक्स के बारे में बतायेगे ताकि हमारे उम्मीदवारों व युवाओं के बीच Interview डर व खौफ का विषय ना बनें जो कि, इस प्रकार से हैं-

1. आत्मविश्वास व धीरज का परिचय देना

सबसे पहले हम, अपने युवाओं को Interview या साक्षात्कार की तैयारी के लिए बताना चाहते है कि आप निरन्तर अपने ऊपर आत्मविश्वास बनाये रखें और धीरज / विवेक से काम ले। क्योंकि Interview के दौरान आपके ज्ञान के अधिक आपके आत्मविश्वास, धैर्य और विवेक की अग्नि-परीक्षा ली जाती है। इसलिए Interview की तैयारी के दौरान व Interview के समय आपको सतत आत्मविश्वास व धीरज का परिचय देना चाहिए।

2. रिज्यूम को योग्यताओं से भर दें

कहा जाता है कि, उम्मीदवार का Interview रुम में, प्रवेश करने से पहले ही उम्मीदवार की छवि को उनकी योग्याओं व उपलब्धियो द्धारा परख लिया जाता है और इसीलिए जितना जरुरी Interview की तैयारी करना होता है उतना ही जरुरी होता है कि,हम अपने रिज्यूम को अपनी योग्याओं व उपलब्धियो से परिपूर्ण कर दें।

3. अपने भीतर की घबराहट व डर को निकाल दें

Interview को पास करना कोई बड़ी बात नहीं होती है बल्कि बड़ी बात होती है Interview के डर और घबराहट को निकाल बाहर करना तभी हम, असल मायनो में, Interview को सफलतापूर्वक ना केवल पास कर सकते है बल्कि सही मायनो में, Interview के दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते है। इसीलिए बहुत जरुरी है कि, हम, Interview के दौरान अपने भीतर की घबराहट व डर को निकाल दें।

4.Interview देने से पहले निरन्तर अभ्यास करें

Interview में असफलता का मूल कारण ये होता है कि उम्मीदवार द्धारा Interview के लिए पर्याप्त मात्रा में, अभ्यास नहीं किया जाता है और इसी वजह से Interview के 5 से लेकर 10 मिनट भी हमारे ऊपर पहाड़ जैसे प्रतीत होते है। Interview को सफलतापूर्वक पास करने के लिए बहुत जरुरी है कि, हम, निरन्तर Interview का अभ्यास करते रहें ताकि हमारे लिए Interview को एक बड़ी घटना ना रह कर एक सामान्य घटना बन जाये और हम, उसमें बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

5. एक सफल संवादक बनें

Interview मूल रुप से कुशल वार्तालाप करने की एक कला है और इसीलिए हमें, लगातार लोगो से संवाद स्थापित करना चाहिए ताकि हमारे भीतर वार्तालाप के गुणो का विकास हो सकें और हम, सफल संवाद स्थापित करके एक सफल संवादक बन सकें और Interview के दौरान होने वाली संवाद प्रक्रिया को अपने अनुकूल बनाकर उसमें सफलता प्राप्त कर सकें।

उपरोक्त सभी बिंदुओं की मदद से हमने अपने सभी युवाओं व पाठको को साक्षात्कार की तैयारी कैसे करें। Interview Ki Preparation Kaise Kare की जानकारी कुछ बिंदुओं की मदद से प्रदान की ताकि हमारे युवा व पाठक इन बिंदुओं का लाभ लेते हुए Interview की तैयारी कर सकें और जीवन में, सफलता अर्जित कर सकें।

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सारांश

Interview हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है इसलिए हमें, इससे डरकर भागने की जरुरत नहीं है बल्कि हमें, निडरता से निरन्तर अभ्यास करके Interview का सामना करना चाहिए और उसमें असफलता मिलने पर हार नहीं माननी चाहिए बल्कि निरन्तर प्रयास करते रहना चाहिए ताकि ना केवल हम, Interview को पास कर सकें बल्कि एक सफल संवादक भी बन सकें और अपने जीवन का सतत व उज्जवल विकास कर सकें।

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