Jal Sanrakshan Ke Upay | जल संरक्षण के उपाय, सिद्धांत, और लाभ

Jal Sanrakshan Ke Upay – क्या आपको पता है हमारा शरीर 75% पानी से बना है। इसके अलावा धरती पर रहने वाले सभी जीव जंतु को जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता है। धरती पर मौजूद कुल पानी की अगर बात करें तो उसका 97% सागर और महासागर में मौजूद है जो नमकीन और खारा है, इसके अलावा 2% पानी बर्फ के रूप में जमा हुआ है और पीने लायक केवल 1% पानी है। पीने लायक पानी को हम जमीन के अंदर से या वर्षा को बचाकर प्राप्त कर पाते है। इससे इतना पता चलता है कि धरती पर पीने वाले पानी की मात्रा सीमित है।

लोगों की आबादी दिन-ब-दिन बढ़ रही है इस वजह से पानी के खत्म होने की संभावना बनती है। ऐसी परिस्थिति में जल संरक्षण एक बड़ी समस्या के रूप मे उभर कर आती है। इसलिए हर व्यक्ति को Jal Sanrakshan Ke Upay के बारे में जानकारी होनी चाहिए। आज इस लेख में हम आपको जल संरक्षण के तरीके और जल संरक्षण के उपाय के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने जा रहे है।

jal Sanrakshan ke upay

जल संरक्षण के उपाय से हमारा तात्पर्य उन सभी तरीकों से है जिससे आप पानी को स्टोर करके रख सकते हैं ताकि अपनी सुविधा अनुसार उसका इस्तेमाल किया जा सके। हालांकि पानी को स्टोर करने की जानकारी हर किसी को होती है मगर सही तरीके से पानी कोई स्टोर करना और उसे इस्तेमाल करना एक कला है जिसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी होनी ही चाहिए।

Jal Sanrakshan Ke Upay

लेख का नामजल संरक्षण 
उद्देश्य1. धरती पर पीने लायक पानी की मात्रा को बरकरार रखना।
2. जल प्रदूषण को कम करना।
लाभ1. हर किसी को जरूरत के अनुसार स्वच्छ पानी मिल सके।
2. पर्यावरण हरा भरा और खूबसूरत बना रहे।
उपाय1. अधिक से अधिक वृक्षारोपण। 
2. पानी का दूर उपयोग काम करिए।विभिन्न जल प्रदूषण पर रोकथाम।
तरीके 1. वर्षा को संरक्षित करने के लिए छत पर टंकी का इस्तेमाल करे। 
2. अपने गांव कस्बे या इलाके में तालाब का निर्माण करें।
3. भूमिगत जल को बाहर निकालने के लिए मोटर का इस्तेमाल कम करें। 

Jal Sanrakshan ke upay (जल संरक्षण के उपाये, तरीके, और उपाये) – Nk Monitor

Jal Sanrakshan ke upay इसके तरीके, उपाये, और जल संरक्षण से जुड़ी कुछ और अवस्यक जानकारी इस लेख मे साझा की गई है। जिसके बारे मे आपको अच्छे से बताया जाएगा की कैसे Jal Sanrakshan ke upay काम करते है और पानी बचाने के लिए क्या करना चाहिए।

जल संरक्षण क्या है

पानी की बर्बादी और प्रदूषण का रोकथाम करते हुए जल को संरक्षित करना ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके इसे जल संरक्षण कहते हैं।

जल धरती पर रहने वाले सभी जीव जंतु के लिए बहुत ही आवश्यक है। हमारे पास पीने लायक पानी की एक सीमित मात्रा है जिस वजह से जल संरक्षण की आवश्यकता पड़ती है। जल संरक्षण से हमारा तात्पर्य जल को एक मात्रा में स्टोर करके रखने से है, जिस प्रक्रिया में विभिन्न प्रकार के तकनीक और उपायों का इस्तेमाल किया जाता है। एक गणितीय अनुमान के मुताबिक धरती पर 350 मिलियन क्यूबिकल लीटर पानी है। इसमें भी 97% पीने योग्य नहीं है क्योंकि वह सारा पानी समुद्र में है, और 2% बर्फ के रूप में मौजूद है धरती पर केवल 1% पानी पीने योग्य है जो धरती के नीचे मौजूद है।

धीरे धीरे इंसानों की आबादी धरती पर बढ़ रही है जिस वजह से अधिक पानी की आवश्यकता होगी मगर पीने के पानी की मात्रा नहीं बढ़ रही है जिस वजह से आने वाले समय में पानी की तकलीफ हो सकती है इससे बचने के लिए जल संरक्षण एकमात्र उपाय है। आप किस प्रकार जल संरक्षण कर सकते हैं इसके कुछ प्रमुख उपाय और तरीकों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी नीचे दी गई है।

Must Read – एमबीबीएस डॉक्टर कैसे बने

जल संरक्षण के उपाय

सामान्य ज्ञान और परीक्षा की दृष्टि से जल संरक्षण के उपाय पता होना बहुत ही आवश्यक है। आप किस प्रकार जल संरक्षण कर सकते हैं इसकी एक संक्षिप्त सूची नीचे प्रस्तुत की गई है – 

  • जल संरक्षण के लिए सबसे आवश्यक है कि आप अपने बस्ती गांव या कस्बे में एक छोटा सा तालाब बनवाएं। पानी पीने के अलावा और भी विभिन्न कार्यों में काम आता है जिसके लिए आप तालाब से पानी ले सकते है।
  • नदियों में बांध बनाकर पानी को संरक्षित किया जा सकता है ताकि कृषि सिंचाई और आवश्यक में पानी का उपयोग किया जा सके।
  • अपने घर के छत पर एक टंकी का निर्माण करें ताकि बारिश का पानी उसमें जमा हो सके बारिश बंद होने के बाद आप उस टंकी को बंद कर दें इस तरह उस पानी का इस्तेमाल घर के अन्य कार्यों में कर सकते है और पानी संरक्षण करने का यह बेहतरीन तरीका हो सकता है। 
  • भूमिगत जल पीने और खाना बनाने जैसे आवश्यक कार्यो में इस्तेमाल किया जाता है इसलिए, यहां मोटर के इस्तेमाल से भूमिगत जल काम होने लगती है और इस वजह से आपको कम से कम मोटर का इस्तेमाल करना चाहिए। 
  • आपके इलाके में जल प्रवाह की एक सुनिश्चित व्यवस्था होना आवश्यक है इसलिए आपको अपने इलाके के नाली या गंदे पानी के निकास की व्यवस्था को ठीक रखनी है।
  • वृक्षारोपण जल संरक्षण के लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि वृक्ष वर्षा को अपनी तरफ आकर्षित करते है। ना केवल पर्यावरण में प्रदूषण की मात्रा कम करने बल्कि पर्यावरण में जल की मात्रा को बरकरार रखने में भी वृक्षों का बहुत बड़ा योगदान होता है इस वजह से वृक्षारोपण को बढ़ाना चाहिए। 

जल संरक्षण के 3 तरीके

जल संरक्षण पर्यावरण और इंसानों की खुशहाली के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए जल संरक्षण के मुख्य तीन तरीकों को नीचे सूचीबद्ध किया गया है – 

बारिश के पानी को बचाना

जल संरक्षण करने का प्रथम तरीका बारिश के पानी को बचाना है। बारिश का पानी पीने मीठा पानी होता है जिसका इस्तेमाल इंसान अपनी विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए कर सकता है। इसलिए घर के छत पर पानी को रोकने के लिए टंकी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए जो पाइप के जरिए आपके घर में पानी को पहुंचा सके। दक्षिण भारत में जल संरक्षण के लिए बारिश के पानी को बचाने की प्रक्रिया साधारण हो चुकी है मगर भारत के अन्य जगहों पर अभी भी बारिश के पानी को संरक्षण करना एक बड़ी समस्या के रूप में देखा जाता है। 

साफ सुथरा तालाब

हर मोहल्ले कस्बे या गांव में एक तालाब की व्यवस्था होनी चाहिए। एक तालाब या किसी भी प्रकार का जलप्रपात बहुत ही आवश्यक होता है। इस तरह से हम मीठे और साफ पानी का संरक्षण कर सकते है तालाब में साफ पानी को एकत्रित करके रखने से इंसान की विभिन्न जरूरतों का निराकरण हो पाता है। इसलिए हमेशा कहते हैं कि जल संरक्षण के लिए विभिन्न जगहों पर तालाब का निर्माण करना एक उचित तरीका है। 

सोच समझकर पानी को खर्च करें

अगर हम पानी को मुफ्त समझने के बजाय उसे कीमती समझना शुरू कर दें तो हम अपने आप पानी की खपत को कम कर पाएंगे और उसे लोग सोच समझकर खर्चा करेंगे। क्या आपको पता है एक नल जिससे हर रोज बूंद-बूंद पानी टपकता रहता है वह 1 महीने में 700 गैलन से ज्यादा पानी बर्बाद कर देता है। इस तरह एक साधारण सी गलती जिस पर आप शायद ज्यादा ध्यान ना देते हो वह पानी को बहुत अधिक बरबाद करता है। 

इसलिए पानी को सोच समझकर खर्चा करना बहुत आवश्यक है। इसके अलावा लोगों को जल संरक्षण के बारे में जागरूकता होनी चाहिए इसके लिए एक स्तर पर प्रचार प्रसार आवश्यक है।

Also Read – मोबाइल का आविष्‍कार किसने किया

जल संरक्षण के सिद्धांत

हम आपको बता दें कि किसी भी कार्य को सफलतापूर्वक करने के लिए उसके सिद्धांत के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। अगर आप जल संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाना चाहते हैं या उसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी लिखना चाहते है तो मुख्य रूप से जल संरक्षण करने के लिए 3 सिद्धांतों को तय किया गया है। साधारण रूप से हम इसे 3R सिद्धांत कहते हैं।

जल संरक्षण का पहला सिद्धांत – Reduce 

पहले सिद्धांत रिड्यूस से तात्पर्य है की लोग अपने जल की खपत को कम करने का प्रयास करे। कई बार हम ऐसी जगह पर पानी की खपत करते हैं जहां इसकी आवश्यकता नहीं होती है। अपने जल के खपत को कम करने के लिए लोगों के बीच जागरूकता फैलाते हुए यह समझने का प्रयास करें कि पानी बहुत ही कीमती वस्तु है और इसका कम से कम उपयोग करना चाहिए।

जल संरक्षण का दूसरा सिद्धांत – Reuse

जल संरक्षण का दूसरा सिद्धांत हमें सिखाता है कि हमें पानी का दोबारा इस्तेमाल करना चाहिए। हम मानते हैं कि किसी पानी का एक बार इस्तेमाल कर लेने के बाद हम उसे पीने के रूप में इस्तेमाल नहीं कर सकते मगर इसके अलावा किसी और कार्य में हम पानी का अवश्य इस्तेमाल कर सकते है। उदाहरण के तौर पर अगर आप पानी से कपड़ा धो लेते हैं तो उसके बाद उस पानी का इस्तेमाल शौचालय में किया जा सकता है।

इसी तरह एक पानी से कुछ कार्य करते वक्त अगर कोई पानी बच जाता है तो उस पानी का इस्तेमाल और कार्य में अवश्य करें। जल संरक्षण का यह नियम हमें पानी का बार-बार इस्तेमाल करना सिखाता है एक ही पानी का अलग अलग तरीके से अलग अलग कार्य में इस्तेमाल करने पर पानी की खपत कम होगी और जल संरक्षण हो पाएगा। 

जल संरक्षण का तीसरा सिद्धांत – Recycle

इससे हमारा तात्पर्य है कि पानी का अलग तरीके से इस्तेमाल करने का प्रयास करें। जितने पानी में आपको एक कार्य कर रहे हैं उसी कार्य के दौरान दूसरा कार्य भी पूरा कर ले। इसके अलावा पानी को अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करते रहे पानी के मामले में रीयूज और रीसायकल एक जैसी चीज हो जाती है। इसलिए पानी का जितना हो सके उतना कम इस्तेमाल करें और एक ही पानी से अलग-अलग तरह के कार्य निपटाने की कोशिश करें।

अगर आप ऊपर दिए गए सिद्धांतों का पालन करेंगे तो आप अपने रोजमर्रा के जीवन में ही पानी का संरक्षण कर पाएंगे इसके लिए अलग से कुछ करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। मगर बड़े पैमाने पर बदलाव लाने के लिए संरक्षण के उपाय और तरीकों पर भी ध्यान देना आवश्यक है जिसे इस लेख में हमने ऊपर सूचीबद्ध किया है।

Also Read – पूरे विश्व की जनसंख्या कितनी है?

जल संरक्षण के लाभ

अब तक आपने जल संरक्षण के तरीके उपाय और सिद्धांतों के बारे में जाना इस से आप जल संरक्षण के महत्व को समझ पा रहे होंगे मगर इससे किस प्रकार लोगों को लाभ हो रहा है इसके बारे में जानना भी आवश्यक है इसलिए जल संरक्षण के मुख्य लाभ को नीचे सूचीबद्ध किया गया है – 

  • जल संरक्षण से पानी का इस्तेमाल कम किया जा सकता है और इससे काम पानी में ज्यादा लोगों तक लाभ पहुंचाया जा सकता है। 
  • पीने योग्य पानी की मात्रा दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है जल संरक्षण के जरिए हम पीने योग्य पानी की मात्रा को लोगों के जरूरत के हिसाब से बरकरार रख सकते हैं।
  • जल की आवश्यकता खेत की सिंचाई और अन्य आवश्यक कार्यों में पढ़ती है आवश्यकता अनुसार जल को संरक्षित करना आवश्यक है।
  • प्रदूषण की वजह से पीने वाले जल की मात्रा कम होते जा रही है स्वस्थ जीवन के लिए साफ पानी बहुत आवश्यक है और आने वाली पीढ़ी तक इस साफ पानी को पहुंचाने के लिए जल का संरक्षण करना आवश्यक है।
  • गर्मी के दिनों में हर जानवर को पानी की आवश्यकता होती है अगर हम जल संरक्षित करके नहीं रखेंगे तो जानवरों को पानी नहीं मिलता है, उनके लिए भी हमे जल संरक्षित रखना चाहिए।

जल संरक्षण पर निबंध

जल संरक्षण का तात्पर्य पीने और आवश्यकता योग्य पानी को संरक्षित करके रखने से है। हमारे पृथ्वी पर पानी की मात्रा बड़ी तेजी से कम हो रही है जिसका कारण प्रदूषण और पानी का दुरुपयोग है। सभी लोगों को यह मालूम होना चाहिए कि पीने लायक पानी की मात्रा पृथ्वी पर बहुत कम है जो बड़ी तेजी से कम हो रही है, हमने पानी के दुरुपयोग और जल प्रदूषण को नहीं रोका तो पीने योग्य पानी की मात्रा बड़ी तेजी से कम हो जाएगी और धरती पर महामारी फैल जाएगी। जल संरक्षण से हम पानी के प्रदूषण को कम करना पानी को संरक्षण करके रखने के तरीके और उपाय के बारे में समझती और सिखाते हैं। 

आज से कुछ साल पहले पानी की मात्रा धरती पर लोगों के हिसाब से पर्याप्त थी मगर धीरे-धीरे लोगों की जनसंख्या बढ़ी और पानी का दुरुपयोग बढ़ने लगा। तरक्की के नाम पर हमने जल प्रदूषण शुरू कर दिया और पीने लायक पानी को बर्बाद कर दिया। जिस वजह से धीरे-धीरे पीने लायक पानी की मात्रा धरती पर कम होने लगी और वर्तमान समय में इसकी मात्रा इतनी तेजी से कम हो रही है कि कुछ सालों के बाद पानी की कमी के कारण कुछ लोगों की मृत्यु हो जाएगी तो कुछ जगहों पर भयानक महामारी फैल जाएगी।

हमे पानी संरक्षण के उपाय और तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाते हुए हर किसी को जल संरक्षण की जानकारी देनी होगी। जल संरक्षण के उपाय के रूप में सबसे पहले वृक्षारोपण को बढ़ाना होगा क्योंकि इससे वर्षा होने की संभावना बढ़ती है। इसके अलावा जल प्रदूषण को कम करने का प्रयास करना चाहिए, और अलग-अलग जगहों पर तालाब और बारिश के पानी को रोकने की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि बारिश के पानी को भी संरक्षित किया जा सके।

जल संरक्षण के लिए हमें सिद्धांत को भी ध्यान में रखना चाहिए। जल संरक्षण के सिद्धांत में सबसे पहले हमें दोबारा उपयोग करने के बारे में बताया जाता है अर्थात जिस पानी पर एक बार इस्तेमाल हो जाए उसे दोबारा किसी और काम में इस्तेमाल करने की कोशिश करनी चाहिए इसके अलावा हमें पानी के उपयोग को कम करने का प्रयास करना चाहिए।

जल संरक्षण से आने वाले भविष्य को हम और ज्यादा बेहतर बना सकते है और अपनी पीढ़ी का भविष्य उज्जवल बना सकते है। इस प्रक्रिया में हम जल प्रदूषण को कम करेंगे और इंसान के स्वास्थ्य को और बेहतर कर पाएंगे। पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दृष्टि से और अपने भविष्य को और बेहतर बनाने की दृष्टि से जल संरक्षण एक बहुत ही आवश्यक कार्य है जिसमें बढ़-चढ़कर हर एक व्यक्ति को हिस्सा लेना चाहिए। 

Must Read – बल्‍ब का आविष्‍कार किसने किया

जल संरक्षण के उपाय से जुड़े कुछ आवश्यक प्रश्न (FAQ)

जल संरक्षण के उपाय क्या है?

जल संरक्षण का मुख्य उपाय है उतने पानी के इस्तेमाल को कम करिए, बारिश के पानी के संरक्षण के लिए छत पर टंकी का उपयोग करिए, और जल प्रदूषण को भी कम करने का प्रयास करें। 

जल संरक्षण क्या है?

Jal Sanrakshan पानी को बचाने और पीने लायक पानी को आवश्यकता के लिए जमा करके रखने का एक तरीका है जिससे जल प्रदूषण कम होता है और आने वाले भविष्य के लिए जल की मात्रा बरकरार रहती है। 

जल संरक्षण करना क्यों जरूरी है?

धरती पर पीने लायक पानी की मात्रा बहुत कम है जो बड़ी तेजी से खत्म हो रही है अगर हम जल संरक्षण करते है तो इससे भविष्य में पानी की मात्रा कम नहीं होगी और पृथ्वी पर पानी की मात्रा बरकरार रहेगी जो प्रदूषण को कम करेगी और आदमी के स्वास्थ्य को सही रखेगी। 

निष्कर्ष

उम्मीद करते हैं ऊपर बताई गई सभी जानकारियों को पढ़ने के बाद सरल शब्दों में आप यह समझ पाए होंगे की जल संरक्षण क्या है और किस प्रकार Jal Sanrakshan Ke Upay का इस्तेमाल करके हम अपने भविष्य को और बेहतर बना पाएंगे जल संरक्षण से जुड़ी सभी प्रकार की आवश्यक जानकारियों को सरल शब्दों में इस लेख में आपके समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया। 

अगर इस लेख को पढ़ने के बाद अब जल संरक्षण के बारे में सरल शब्दों में समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथी अपने सुझाव विचार या किसी भी प्रकार के प्रश्न को कमेंट में पूछना ना भूले अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या है तो वह हमारे साथ साझा करें हमारी टीम आपके सवाल का तुरंत जवाब देने का प्रयास करेगी। 

Leave a Comment