Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya, कैसा हो अगर हमारे जीवन से इन रंग बिंरगे बल्बो को दूर कर दिया जाये तो हमारा जीवन कितना अधूरा और अंधेरा हो जायेगा। ये हमारी आज की कल्पना है लेकिन सदियो पहले बल्ब के आविष्कार से पहले हमारा जीवन कुछ इसी प्रकार का हुआ करता था। लेकिन आज हमारा जीवन बल्क की चका चौंध रौशनी से जगमगा रहा है इसीलिए आज के संदर्भ मे हमारा यह जानने बेहद लाजमी है कि Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya?
हम इस आर्टिकल मे आप सभी विद्यार्थियो व युवाओँ को ना केवल ये बतायेगे कि Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya? बल्कि साथ ही साथ हम आपको विस्तार से बिदुं दर बिंदु करके बतायेगे कि बल्ब का आविष्कार किसने किया और कब किया?
बल्ब का हमारे जीवन के सभी पहलूओ में अमूल्य महत्व है जिसके बिना ना केवल हम अपने जीवन की कल्पना कर सकते है बल्कि ना ही हम अपने भविष्य की कोई रुपरेखा ही खींच सकते है और बल्ब के आविष्कार के महत्व को समझते हुए हमारा यह जानना बेहद जरुरी है कि बल्ब का आविष्कार कब हुआ व एलईडी बल्ब का आविष्कार किसने किया?
हमारा यह आर्टिकल बेहद रोचक व ज्ञानपूर्ण होगा जिसमें हम आप सभी पाठको, युवाओँ व विद्यार्थियो को ना केवल ये बतायेगे कि Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya? बल्कि साथ ही साथ हम आपको बल्ब के आविष्कार से जुड़े सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में भी बतायेगे जिसके लिए आपको अन्त तक इस आर्टिकल को पढ़ना होगा।
आखिर बल्ब होता क्या है
जिस प्रकार बल्ब के आविष्कार से पहले हम अंधेरे में, उजाला करने के लिए लक़ड़ी य़ा फिर मोमबत्ती जलाते थे ताकि अंधेरे में रौशनी हो सकें। वैसे अगर बल्ब की बात करे ये कांच की एक बंद आकृति वाला एक विद्युत उपकरण होता है जिसके भीतर बिजली उत्पन्न होने से जो रौशनी पैदा होती है। वह रौशनी कांज की इसकी परतो से हेतु बाहर चारो तरफ फैल जाती है जिससे हमारे चारो तरफ उजाला हो जाता है और इस उपकरण को ’’ बल्ब’’ कहा जाता है।
आपको बता दें कि, साधारण भाषा मे, कहा जाये तो बल्ब वो विद्युत उपकरण है जो कि, बिजली के साथ जोड़ दिये जाने पर रौशनी उत्पन्न करता है जिसने नाम केवल काम के अंघेरे को मिटाया बल्कि अंधकारमय मानवीय जीवन को अंधेरी की गहराईंयो से निकालते हुए चकाचौंध रौशली की ऊंचाईयों तक पहुंचाया है जिसके लिए मानवजाति सदैव इसका ऋणि रहेगा।
Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya
बल्ब क्या होता है उसका संक्षिप्त परिचय जानने के बाद आईए अब हम आपको बताते है कि, Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya?
हम आप सभी विद्यार्थियो व युवाओँ को बता दें कि, आज हम जिल बल्ब का प्रयोग करके ना केवल अपने जीवन को रौशन करते है बल्कि अपने भविष्य की उज्ज्वल भविष्य की रुपरेखा भी खींचते है उस बल्ब का आविष्कार थॉमस अल्वा एडिशन नामक एक अमेरिकी वैज्ञानिक द्धारा किया गया था।
बल्ब का आविष्कार किसने किया और कब किया?
साथ ही साथ यदि आप भी युवाओँ व विद्यार्थियो का यह प्रश्न है कि, बल्ब का आविष्कार किसने किया और कब किया? तो इसका जबाव हम आपको कुछ बिंदुओँ की मदद से देंगे जो कि, इस प्रकार से हैं –
- सर्वप्रथम हम, आपको बता दें कि, बल्ब का आविष्कार मुख्य तौर पर थॉमस अल्वा एडिशन नामक एक अमेरिकी वैज्ञानिक द्धारा किया गया था।
- साथ ही साथ आपको बता दें कि थॉमस अल्वा एडिशन द्धारा बल्ब का आविष्कार 14 अक्टूबर, 1878 में किया गया था।
- उनके द्धारा आविष्कार किये गये बल्ब का नाम ’’ कार्बन फिलामेंट लाइट बल्ब ’’ था जो कि, कुछ समय तक बिजली के तारो को आपस में जोड़ने पर पहले गर्म होता था और गर्म होने के रौशनी उत्पन्न करता था।
- आपको बता दे कि, इस बल्ब का आविष्कार करने मे, उन्हें लगभग ढेड़ साल का समय लगा।
- ढ़ेड़ साल के लम्बे इंतजार के बाद जब इस बल्ब का आविष्कार करके इसे जलाया गया तो यह बल्क कुल 13 घंटे तक अपनी रौशनी से मानवीय जीवन को रौशल कर पाया था।
इस प्रकार हमने आपको दोनो ही प्रश्नो का जबाव दिया कि, बल्ब का आविष्कार कब औऱ किसने किया ताकि आप इन महत्वपूर्ण विषय को लेकर अपनी जानकारी मे, विस्तार से व विकास कर सकें।
बल्ब के आविष्कार का इतिहास क्या है
आइए अब हम आप सभी विद्यार्थियो व युवाओँ को विस्तार से बल्ब के आविष्कार के इतिहास से परिचित करवाने के लिए कुछ बिंदुओ की मदद लेंगे जो कि, इस प्रकार से हैं –
- मानवजाति के उस अंघेरे युग में, अनेको वैज्ञानिको द्धारा वर्तमान मानवजाति के साथ ही साथ आगामी मानवजाति के जीवन को रौशल करने के लिए बल्ब के आविष्कार का कठोर प्रयत्न किया जा रहा था।
- इसी क्रम मे, हंफ्री डेवी के द्धारा साल 1802 मे पहले ’’बिजली बल्ब’’ का आविष्कार किया गया था जिसके लिए सबसे पहले उन्होने एक बैटरी का निर्माण किय़ा जिसके तहत बिजली की तारो के बल्ब को जोड़ने पर ये बल्ब जल गया औऱ चारो तरफ रौशन जगमगा उठी और इस प्रकार सबसे पहले बिजली बल्ब का आविष्कार हुआ।
- आपको बता दें कि हंफ्री डेवी द्धारा आविष्कारीत इस बिजली के बल्ब को ’’ Electric ARC Lamp’’ का नाम दिया गया था जो कि, बहुत ही कम समय तक मानवजाति को रौशन कर पाती थी।
- इसी क्रम में अनेको वैज्ञानिको द्धारा धीरे धीरे बल्ब के आविष्कार की कमियो को दूर करते करते हुए आखिरकार आज हम असीमित मात्रा मे किसी भी सयम, स्थान, मौसम में बिजली बल्क का प्रयोग कर सकते है जिससे ना केवल हमारा वर्तमान जीवन रौशन है बल्कि आगामी भविष्य भी रौशन दिखाई दे रहा है।
इस प्रकार हमने आपको विस्तार से बल्ब के इतिहास को दर्शाने पर कुछ बिंदुओं की जानकारी आपको प्रदान की।
एलईडी बल्ब का आविष्कार किसने किया
आपको हम बता दे कि, आज हम और आप जिस एलईडी बल्ब का प्रयोग अपनी सुविधानुसान करते है ये 1878 में आविष्कारित बल्ब की ही संशोधित पीढ़ी है जो ना केवल हमारे आज के जीवन को रौशन कर रही है बल्कि आने वाले जीवन को भी रौशन करेगी। आइए जानते है कि, एलईडी बल्ब का आविष्कार किसने किया?
- एलईडी बल्ब का आविष्कार मूलतौर पर अमेरिका में हुआ था,
- आपको बता दें कि, अमेरिका की एक जानी मानी कम्पनी जनरल इलैक्ट्रिक में काम करने वाले इंजीनियर ’’ निक होलोनाइक ’’ द्धारा 1962 मे आविष्कार किया गया था।
इस प्रकार हमने आपको विस्तार से बताया कि, एलईडी बल्ब का आविष्कार किसने किया ताकि आप इसकी पूरी जानकारी प्राप्त करके अपने सामान्य ज्ञान में वृद्धि कर सकें।
सारांश
मानवजाति के जीवन को चका – चौंध करने वाले हमारे जीवन के इस छोटी सी आकार वाली वस्तु का हमारे जीवन के विकार, रहन सहन का स्तर औऱ आने वाले भविष्य का निर्माण करने में अह्म योगदान माना जाता है और इसीलिए हमने आपको विस्तार से अपने इस आर्टिकल में, विस्तार से आपको बताया कि, Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya?
अन्त, हमे पूरी आशा व उम्मीद है कि, आपको हमारा यह आर्टिकल ज्ञानपूर्ण व रोचक प्रतीत हुआ होगा जिसके लिए आप हमारे इस आर्टिकल को लाइक, शेयर व कमेंट करेगे।
ये भी पढ़े
Bhut acha article likha apne sare concept clear ho gye mere. Dhanyewaad