PPP Full Form | PPP का फुल फॉर्म क्या है?

क्या आप PPP या फिर PPP Full Form के बारे में, जानते है यदि नहीं तो हम, अपने इस आर्टिकल में, अपने सभी पाठको व युवाओं को विस्तार से ना केवल PPP Full Form In Hindi की जानकारी प्रदान करेंगे बल्कि साथ ही साथ पीपीपी का फुल फॉर्म क्या होता है? व पीपीपी मॉडल का पूरा नाम क्या है? की जानकारी प्रदान करेंगे।

आज के इस आधुनिक समय में, हमारी सरकार को एक ही समय पर अनेको प्रकार के कार्यो को सम्पन्न करना पड़ता है जिसकी वजह से कार्य की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ना तय होता है लेकिन अपने सभी कार्यो को गुणवत्तापूर्वक सम्पन्न करने के लिए सरकार समय – समय पर निजी संस्थाओं, कम्पनियों व संगठनो की मदद लेती है और इसी प्रक्रिया को संक्षिप्त भाषा में ’’ PPP ’’ कहा जाता है।

PPP अर्थात् सार्वजनिक निजी सांझेदारी की मदद से सरकार ना केवल अपने अति महत्वपूर्ण कार्य को समय पर पूरी गुणवत्ता के साथ सम्पन्न कर पाती है बल्कि अपने कीमती बचे हुए समय को अन्य मौलिक कार्यो में, लगाकर जनता व राष्ट्र का कल्याण भी सुनिश्चित कर पाती है और इसीलिए आज के समय में, हम और हमारी सरकार तेज़ी से ’’ PPP मॉडल ’’ की तरफ बढ़ने लगे है जिसके अपने गुण व अवगुण।

अन्त, हमारा ये आर्टिकल पूरी तरह से PPP और PPP मॉडल पर आधारित होने वाला है जिसमें हम, अपने सभी पाठको व युवाओं को PPP व इससे संबंधित सभी उपलब्ध जानकारी प्रदान करेंगे ताकि आप सभी बेहतर तरीके से PPP व इससे संबंधित अन्य तथ्यों की बेहतर जानकारी प्राप्त कर सकें क्योंकि यही हमारे आर्टिकल का लक्ष्य है।

PPP Full Form

PPP Full Form

PPP पर आधारित अपने इस आर्टिकल की शुरुआत में, हम, सबसे पहले आप सभी को PPP का हिंदी व अंग्रेजी Full Form बताना चाहते है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. PPP का हिंदी में, Full Form होता है – ’’ सार्वजनिक (Public) निजी (Private) सांझेदारी (Partnership) ’’ और
  2. PPP का अंग्रेजी में, Full Form होता है – ’’ P – Public, P – Private and P – Partnership ’’ कहा जाता है।

उपरोक्त सभी बिंदुओं की मदद से हमने आप सभी को PPP Full Form की जानकारी प्रदान की।

PPP क्या है?

आइए अब हम, कुछ मौलिक बिंदुओं की मदद से आप सभी को PPP क्या है की पूरी जानकारी प्रदान करते है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. PPP का हिंदी में, अर्थ सार्वजनिक (Public) निजी (Private) सांझेदारी (Partnership) होता है,
  2. PPP के तहत सरकार अपने अतिरिक्त कार्यो को संबंधित क्षेत्र में, प्रसिद्ध निजी संस्थाओं, कम्पनियों व संगठनो समझौते / अनुबंध के रुप में, सौंपती है,
  3. PPP की मदद से सरकार की कुछ बेहद अति महत्वपूर्ण भारी – भरकम कामों को इन निजी कम्पनियों व संस्थाओं द्धारा समय पर गुणवत्तापूर्ण तरीके से सम्पन्न किया जाता है जिससे ना केवल सरकार के समय की बचत होती है बल्कि उनके संसाधनों की भी बचत होती है और
  4. अन्त हम, बेहद सरल भाषा में, कहें तो सरकार अपने जिन कार्यों का सम्पादन निजी संस्थाओं व कम्पनियों के साथ मिलकर करती है उसे ही संक्षप्ति भाषा में, PPP – Public Private Partnership कहा जाता है।

उपरोक्त सभी बिंदुओं की मदद से हमने आप सभी को विस्तार से PPP क्या है की सभी उपलब्ध जानकारी प्रदान की।

पीपीपी मॉडल का पूरा नाम व अर्थ क्या है?

आइए हम, अपने सभी पाठको को कुछ बिंदुओं की मदद से पीपीपी मॉडल का पूरा नाम व अर्थ की जानकारी प्रदान करेंगे जो कि, इस प्रकार से हैं-

  1. पीपीपी मॉडल का पूरा नाम क्या है?

सबसे पहले हम, अपने सभी पाठको को पीपीपी मॉडल ।। PPP Model के पूरे नाम के बारे में, बताना चाहते है जिसे ’’ सार्वजनिक निजी सांझेदारी मॉडल ’’ कहा जाता है।

  1. पीपीपी मॉडल का पूरा अर्थ क्या है?

कुछ बिंदुओं की मदद से हम, आपको पीपीपी मॉडल के पूरे अर्थ की जानकारी प्रदान करेंगे जो कि, इस प्रकार से हैं –

  • PPP Model एक अत्यधिक व्यापक व विस्तृत शब्द है जिसके अन्तर्गत धन, योजना, भवन, परियोजना, संचालन व लागत पूंजी को शामिल किया जाता है,
  • सरकार अपने अनेको बड़े – बड़े व दीर्घगामी परियोजनाओँ को सफलतापूर्वक समय पर सम्पन्न करन के लिए PPP Model का प्रयोग करती है,
  • आधुनिक भारत के अधिकतर बड़े – बड़े प्रोजेक्ट्स को PPP Model के तहत ही पूरा किया गया है,
  • इस PPP Model की मदद से ना केवल जनता की पर्याप्त मात्रा में, सेवा की जाती है बल्कि प्रारम्भिक ढांजो का पर्याप्त विकास भी किया जाता है।

उपरोक्त सभी बिंदुओं की मदद से हमने आपको PPP Model का पूरे नाम व अर्थ की जानकारी प्रदान की।

PPP Model की प्रासंगिकता क्या है?

आइए हम, कुछ बिंदुओं की मदद से आप सभी को PPP Model की प्रासंगिकता अर्थात् जरुरत के बारे में, बताते है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. जब सरकार के पास किसी निर्धारित प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में, धन व व्यवस्था नहीं होती है तब PPP Model की जरुरत पड़ती है,
  2. जब सरकार के पास किसी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अनिवार्य संसाधन नहीं होते है तब जाकर PPP Model की जरुरत पड़ती है,
  3. किसी खर्चीलें प्रोजेक्ट को समय पर किफायती ढंग से पूरा करन के लिए सरकार को PPP Model की जरुरत पड़ती है,
  4. जब सरकार के पास किसी दीर्घगामी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए समय की कमी होती है तब जाकर सरकार को PPP Model की जरुरत पड़ती है,
  5. हमारी सरकार को अनेक कार्यो जैसे कि – रेलवे, एयरपोर्ट, पावर प्लांट व टेली कम्युनिकेशन सिस्टम आदि जैसे बड़े – बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए PPP Model की जरुरत पड़ती है।

उपरोक्त सभी बिंदुओँ की मदद से हमने आप सभी को PPP Model की प्रांसगिकता व उसकी जरुरत के बारे में, पूरी जानकारी प्रदान की।

PPP Model के लाभ व हानि क्या – क्या है?

अब हम, अपने सभी पाठको व युवाओं को अलग – अलग बिंदुओं की मदद से PPP Model के लाभ व हानियों के बारे में, बताते है जो कि, इस प्रकार से हैं-

  1. PPP Model के लाभ क्या है?

PPP Model के सभी संभव लाभ इस प्रकार से हैं-

  • PPP Model के तहत किसी भी प्रोजेक्ट को किफायती ढंग से समय पर पूरा किया जाता है,
  • PPP Model की मदद से बड़े – बड़े प्रोजेक्ट की भारी – भरकम लागत को कम किया जाता है जिससे सरकार के पास रुपयो की बचत होती है,
  • PPP Model के तहत किये गये कार्यों की गुणवत्ता बेहद उत्तम होती है क्योंकि किसी भी प्रोजेक्ट के कार्यो को PPP Model के तहत सरकार व निजी संस्थाओं द्धारा आपस मे, बांटकर किया जाता है,
  • PPP Model की मदद से सरकार को किसी भी प्रकार के बजट या फिर कर्ज संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है,
  • किसी भी प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने के लिए PPP Model के तहत पहले Blue Print of The Project तैयार कर लिया जाता है और निर्धारित योजना के अनुसार प्रोजेक्ट को पूरा किया जाता है,
  • PPP Model की मदद से ना केवल सरकार अपने कार्यो को सुगमतापूर्वक सम्पन्न कर पाती है बल्कि इससे देश के बेरोजगार लोगो व युवाओं को रोजगार के सुनहरे अवसरों की प्राप्ति होती है जिसके फलस्वरुप देश की अर्थव्यवस्था का मजबूती से विकास होता है,
  • PPP Model की मदद से महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को निजी क्षेत्र का अनुभव व विशेषज्ञता दोनो प्राप्त होते हैं,
  • PPP Model के तहत किसी भी प्रोजेक्ट के जोखिम व अत्यधिक खर्च को कम किया जा सकता है।

उपरोक्त बिंदुओं की मदद से हमने आप सभी को PPP Model के लाभो के बारे में बताया।

  1. PPP Model की हानियां क्या – क्या है?

PPP Model की हानियां इस प्रकार से हैं-

  • PPP Model के तहत आंवटित की गई परियोजना या प्रोजेक्ट अत्यधिक महंगा हो सकता है,
  • PPP Model की वजह से भविष्य में, सार्वजनिक वित्तीय संकेतको पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है,
  • PPP Model को काफी मंहगी व लम्बी प्रक्रिया के तौर पर जाना जाता है,
  • PPP Model की वजह से किसी प्रोजेक्ट के तहत किसी विशेष घटना की परिकल्पना व मूल्यांकन करना असंभव सा हो जाता है।

उपरोक्त सभी बिंदुओं की मदद से हमने आप सभी को विस्तार से PPP Model के लाभ व हानियों के बारे में, बताया ताकि आपको इसकी पूरी जानकारी प्राप्त हो सकें।

सारांश

जैसा कि, हमने आप सभी को इस आर्टिकल में, बताया कि, सरकार व निजी संस्थाओं का एक साथ आकर किसी निर्धारित प्रोजेक्ट व कार्य को सुगमतापूर्वक सम्पन्न करने की पूरी प्रक्रिया को ही PPP Model अर्थात् सार्वजनिक निजी सांझेदारी मॉडल कहा जाता है और इसीलिए हमने अपने इस आर्टिकल में, आप सभी को विस्तार से PPP Full Form अर्थात् पीपीपी का फुल फॉर्म क्या होता है? की जानकारी प्रदान की।

हमें आशा है कि, आपको हमारा ये आर्टिकल रोचक व ज्ञानपूर्ण प्रतीत हुआ होगा व आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए लाभदायक सिद्ध हुई होगी जिसके लिए ना केवल आप हमारे इस आर्टिकल को शेयर करने के साथ ही साथ अपने विचार व सुझाव भी हमें, कमेंट करके बतायें ताकि हम, इसी तरह के आर्टिकल आपके लिए लाते रहें।

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