एस जयशंकर का जीवन परिचय | S Jaishankar Biography In Hindi

S. Jaishankar Biography in hindi: भले ही आप राजनीतिक विज्ञान के विद्यार्थी हो या ना हो या फिर एक सामान्य नागरिक ही क्यूं ना हो आप सभी के लिए हमारा यह आर्टिकल बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि हम इस आर्टिकल में, आपको विस्तार से S. Jaishankar Biography in hindi में बतायेगे।

S Jaishankar Biography In Hindi
S Jaishankar Biography In Hindi

S. Jaishankar किसी पहचान या फिर परिचय के मोहताज नहीं है बल्कि वे एक सेल्फ मेड मैन है जो कि, वर्तमान समय में, भारत के विदेश मंत्री है और अपने पड़ोसियो व विश्व के साथ बेहतर संबंधो के निर्माण में, S. Jaishankar की एक अमूल्य भूमिका रही है और इसीलिए आपको यह जानना बेहद जरुरी है कि, S. Jaishankar कौन है और उनका जीवन परिचय क्या है?

अन्त, हम अपने इस आर्टिकल में, ना केवल आपको s jaishankar education qualification, kyoko jaishankar love story के बारे बल्कि उनके अभी तक के जीवन से आपको सुपरिचित करवाने के लिए S. Jaishankar Biography in hindi में प्रदान करेगे ताकि उनसे कठोर परिश्रम का भाव व मानसिकता प्राप्त कर सकें।

S. Jaishankar Biography – संक्षिप्त परिचय

नामS. Jaishankar
पूरा नामसुब्रह्णयम जयशंकर
जन्म तिथि15 जनवरी, 1957
जन्म स्थाननई दिल्ली, भारत
पिता का नामश्री. के. सुब्रमह्णयम
माता का नामश्रीमति . सुलोजना
पत्नी का नामस्व. शोभा श्रीमति. क्योको जयशंकर
शिक्षाPh.D in International Relations
पेशाभारतीय विदेश मंत्री
पुरस्कारपद्म श्री ( 2019 )
नागरिकताभारतीय

S. Jaishankar का जन्म कब, कहां औऱ किस परिवार में हुआ था?

आज भारतीय विदेश मंत्रालय को संभालने वाले विदेश मंत्री अर्थात् श्री S. Jaishankar का जन्म 15 जनवरी, 1957 को दिल्ली के रहने वाले श्री. के. सुब्रमह्णयम ( पिता ) व श्रीमति . सुलोजना ( माता ) नामक दम्पत्ति के यहां हुआ था।

जहां तक इनकी पारिवारीक पृष्ठभूमि की बात करे तो हम आपको बता दें कि, S. Jaishankar का जन्म एक सर्वगुण सम्पन्न परिवार में हुआ था क्योंकि उनके पिता श्री. के. सुब्रमह्णयम, भारतीय रणनीतिक मामलो के एक सुप्रसिद्ध दिग्गज व विशेषज्ञ हुआ करते थे जो कि, व्यवसाय से IAS अधिकारी थे और उनके बारे में हम आपको बता दें कि, उन्हें ’’ Father of Indian Strategic Thoughts ’’ कहा जाता है।

क्या है s. jaishankar education qualification?

यहां पर हम आप सभी पाठको व युवाओं को विस्तार से बतायेगे कि, s jaishankar education qualification क्या हो जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. S. Jaishankar की शुरुआती शिक्षा – दीक्षा दिल्ली से हुई,
  2. दिल्ली के सुप्रसिद्ध सेंट स्टीफन कॉलेज से S. Jaishankar ने राजनीतिक विज्ञान में, MA किया,
  3. राजनीतिक विज्ञान में, MA की डिग्री लेने के बाद S. Jaishankar ने, जवाहर लाल नेहरू विश्वविघालय ( JNU ) से M.Phil In International Relations and Ph.D in International Relations किया,
  4. जवाहर लाल नेहरू विश्वविघालय ( JNU ) से International Relations में, M.PhilPh.D करने के बाद इन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरु की,
  5. साल 1977 में, जाकर S. Jaishankar भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए जिसके फलस्वरुप S. Jaishankar ने, कई देशो में, राजनयिक तौर पर कार्यभार संभाला,
  6. विभिन्न देशो में, सफलतापूर्वक राजनयिक का पदभार संभालने के बाद S. Jaishankar को सिंगापुर में उच्चायुक्त, चीन में राजदूत व अमेरिका में भी भारतीय राजदूत के तौर पर नियुक्त किया गया आदि।

इस प्रकार हमने आपको विस्तार से ना केवल S. Jaishankar की शुरुआती शिक्षा – दीक्षा के बारे में बताया बल्कि हमने आपको उनकी शुरुआती करियर के बारे में भी बताया।

S. Jaishankar का वैवाहिक जीवन कैसा रहा?

आप सभी पाठको व युवाओं को हम, बताना चहते है कि, S. Jaishankar की कुल 2 शादियां हुई है।

जब S. Jaishankar, जवाहर लाल नेहरू विश्वविघालय ( JNU ) से International Relations में, M.PhilPh.D की शिक्षा प्राप्त कर रहे थे उसी दौरान उनकी मुलाकात शोभा से हुई थी जो कि, पहले उनकी मित्र और आगे चलकर उनकी जीवन मित्र ( जीवन साथी ) बनी औऱ दोनो का एक सुखद वैवाहिक जीवन शुरु हुआ।

दुर्भाग्यवश, S. Jaishankar व शोभा का वैवाहिक जीवन, जिन्दगी के इस सफर की ज्यादा दूरी तय नहीं कर पाया क्योंकि शोभा को कैंसर के रोग के कारण बीच सफर में ही S. Jaishankar को अकेले छोड़कर जाना पड़ा जिसका S. Jaishankar पर गहरा प्रभाव पड़ा।

kyoko jaishankar love story क्या है?

जीवन के बीच सफर में, शोभा का इस लाचारी से साथ छोड़ देने का S. Jaishankar पर गहरा प्रभाव पड़ा था लेकिन उन्होने अपने निजी जीवन को अपने सामाजिक जीवन पर हावी नहीं होने दिया और सौभाग्य से कुछ ही दिनो के बाद को चीन में राजदूत के तौर पर नियुक्त किया गया जहां पर उनकी मुलाकात क्योको से हुई।

शोभा के चले जाने के बाद S. Jaishankar के जीवन में आई कमी और खालीपनको भरने में, क्योको ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसका परिणाम यह हुआ कि, S. Jaishankar को क्योको से प्यार हो गया और दोनो ने, शादी करने का फैसला लिया जिसके फलस्वरुप शादी के बाद क्योको, क्योको जयशंकर बन गई और उनके खुशहार पारिवारीक जीवन की शुरुआत हुई।

S. Jaishankar के कितने बच्चे है और क्या कर रहे है?

आपको बता दें कि, S. Jaishankar के दो बेटे और एक बेटी है जो कि, अपने – अपने क्षेत्रे में, सर्वोत्कृष्ट काम कर रहे है जैसे कि –

  1. S. Jaishankar के सबसे बड़े बेटे ध्रुव है जो कि, इस समय American Think Tank के साथ काम कर रहे है,
  2. वहीं दूसरी बेटी मेधा है जो कि, इस समय Los Angles के Film Industry में काम कर रहे है और
  3. उनके तीसरे बेटे है अर्जुन जिनके बारे में हमें कुछ खास जानकारी नहीं है आदि।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको विस्तार से S. Jaishankar के बच्चो के बारे में बताया।

S. Jaishankar का करियर कैसा रहा है?

S. Jaishankar एक बहु – प्रतिभा के धनी है जिनके करियर के सभी पहलूओं को समेटने के लिए हम कुछ बिंदुओ की मदद लेंगे जो कि, इस प्रकार से हैं –

भारतीय राजदूत के तौर पर सबसे लम्बे कार्यकाल का रिकॉर्ड

हम आपको बताना चाहते है कि, S. Jaishankar ने, भारतीय राजदूत के तौर पर लम्बे समय से काम किया है और इसी के फलस्वरुप भारतीय राजदूत के तौर पर लम्बे समय तक काम करने का रिकॉर्ड S. Jaishankar के नाम है।

चीन मे, भारतीय राजदूत के तौर निभाई लम्बी फलदायी भूमिका

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, S. Jaishankar ने, चीन में भारतीय राजदूत के तौर पर सबसे लम्बे समय तक काम किया है और यही कारण है कि, S. Jaishankar चीन के साथ होने वाले भारत के किसी भी विवाद या आसने – सामने की स्थिति को आसानी से सुलझा लेते है।

भारत – अमेरीका फलदायी वैदेशिक संबंधो में S. Jaishankar का है अमूल्य योगदान

हम आपको बताना चाहते है कि, साल 2007 के भारत – अमेरीका असैन्य परमाणु समझौते में S. Jaishankar ने, अपनी दूरदर्शी भूमिका का निर्वाह किया था और साथ ही साथ आपको यह भी बता दें कि, भारत व अमेरीका के बीच लम्बे समय से चले आ रहे देवयानी – खोबरागड़े विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने में S. Jaishankar ने, अपनी अमूल्य भूमिका का निर्वाह किया था।

S. Jaishankar, विदेश सचिव के पदभार को सुशोभित कर चुके है

साल 2014 में, मोदी सरकार ने, आते ही भारतीय राजयनिक संबंधो को दुरुस्त करने के लिए मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए S. Jaishankar को विदेश सचिव के तौर पर नियुक्त किया।

S. Jaishankar ने, पूरे 5 सालो तक भारतीय विदेश सचिव के तौर पर कार्य किया और मोदी सरकार की विदेश नीति के निर्माण में, S. Jaishankar की बड़ी भूमिका मानी जाती है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण यही है कि, साल 2014 में, मोदी की अमेरीका यात्रा की पूरी नीति का निर्माण S. Jaishankar ने ही किया था।

साल 2019 में, S. Jaishankar बने भारतीय विदेश मंत्री

मोदी सरकार ने, अपने पहले कार्यकाल में, S. Jaishankar को विदेश सचिव के तौर पर नियुक्त किया था जिसमें S. Jaishankar ने, उम्मीद से बढ़कर कार्य किया और भारत के वैदेशिक संबंधो के निर्माण में एक अमूल्य भूमिका निभाई थी।

उनकी इसी फलदायी व अमूल्य भूमिका को देखते हुए मोदी सरकार ने, साल 2019 में, अपने कार्यकाल के दूसरे चरण में, S. Jaishankar को भारतीय विदेश मंत्री के तौर पर नियुक्त किया और इस प्रकार S. Jaishankar भारतीय विदेश मंत्री के तौर पर अपने कर्तव्यो का निर्वाह कर रहे है।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको विस्तार से S. Jaishankar के अब तक के सफल व भारत हितकारी करियर की जानकारी आपको प्रदान की।

Conclusion

राजनीतिक विज्ञान के सभी विद्यार्थियो व सभी भारतीय नागरिको को जो कि, भारत को विश्व महाशक्ति के तौर पर देखना चाहते उन्हें हमने अपने इस आर्टिकल में, विस्तार से S. Jaishankar Biography in hindi मे प्रदान की ताकि आप सभी उनके जीवन के सभी पहलूओं को करीब से देख व समझे सकें और उनसे प्रेरणा व प्रोत्साहन प्राप्त करके अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।

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