Satta Matka Game Kya Hai? | सट्टा मटका गेम कैसे खेले?

भारत ना केवल त्यौहारो की विविधता वाला देश है बल्कि त्यौहारों के साथ ही साथ खेलो की विविधता वाला भी देश है जहां पर हर प्रकार के छोटे – बड़े, आम और खास खेल खेले जाते है क्योंकि खेल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक अह्म और मूलभुत हिस्सा है जिसके बिना ना केवल हम, अधूरा महूसस करते है बल्कि तनाव के शिकार भी हो सकते है और इसीलिए हम अपने इस आर्टिकल मे आपको विस्तार से Satta Matka Game Kya Hai? की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे।

Satta Matka Game Kya Hai

यदि सरल व सहज शब्दो में, कहें तो सट्टा – मटका खेल मूलतौर पर एक जुआ है और यदि इसी की चर्चा भारतीय संदर्भ मे करे तो कोई अतिश्योक्ति नही होई क्योंकि प्राचीनकाल से ही हमारे राजे – रजवाडो से लेलकर आज तक जुआ खेलने का रिवाज़ रहा है और यहां तक कि, दीपावली के त्यौहार के दिन भी हमारे घरो में, आमतौर पर बड़े पैमाने पर जुआ खेला जाता है इसीलिए अपने सभी जुआ प्रेमियो की भारी मांग को पूरा करते हुए हम अपने इस आर्टिकल में, आपको विस्तार से Satta Matka Game Kya Hai? व ऑनलाइन मटका कैसे खेले? आदि की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे।

अन्त हम अपने इस आर्टिकल में आपको विस्तार से Satta Matka Game Kya Hai? , ऑनलाइन मटका कैसे खेले?, Online satta kaise khele Gali Disawar?, Satta सूत्र? की पूरी जानकारी प्रदान करेगे ताकि आप सभी ना केवल इस खेल को खेल सके बल्कि इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें।

सट्टा – मटका खेल का आविष्कार किसने किया?

इससे पहले कि, हम आपको ये बताये कि, Satta Matka Game Kya Hai? आइए हम, आपको विस्तार से बताते है कि, सट्टा – मटका खेल का आविष्कार किसने किया है? ताकि आप इस खेल का पूरा व चरम आनन्द प्राप्त कर सकें जो कि, इस प्रकार से हैं –

कल्याणजी भगत ने आविष्कार किया था ’’ कल्याण मटका का ’’ –

हम, अपने सभी सट्टा – मटका प्रेमिको बताना चाहते है कि, कई प्रकार के सट्टा – मटका जैसे खेल खेले जाते है जबकि इनमें सबसे लोकप्रिय व रोचक है – कल्याण मटका जिसकी शुरुआत आधिकारीक तौर पर साल 1962 में, कल्याणजी भगत ने किया था।

कल्याणजी भगत मूलतौर पर गुजरात राज्य के रहने वाले है और इनके द्धारा आविष्कार किया गया कल्याण मटका इतना लोकप्रिय खेल है कि, इसे सप्ताह के 7 दिन खेला जाता है और सप्ताह के 7 दिन इस खेल मे, अंधा पैसा लगाया जाता है।

रतन खत्री ने, आविष्कार किया ’’ वरली मटका का ’’

यदि हम कल्याण मटका के अलावा दूसरे सबसे प्रसिद्ध खेल की बात करें तो वो है – “वरली मटका” जो कि, सप्ताह मे केवल 5 दिन अर्थात् सोमवार से लेकर शुक्रवार तक ही खेला जाता है और साथ ही साथ हम आपको ये भी बता दें कि, वरली मटका को आजकल ऑनलाइन भी खेला जाने लगा है।

अगर बाते करें, वरली मटका के आविष्कारकर्ता की तो हम, आपको बता दें कि “रतन खत्री” ने साल 1964 में, जाकर “वरली मटका” का आविष्कार किया था जिसका मुख्यकेंद्र – मुम्बई, महाराष्ट्र है।

वरली मटका एक ऐसा खेल है जिसमे कई प्रकार के शब्दो का प्रयोग किया जाता है जिनके अपने अलग – अलग अर्थ होते है जिन्हें हम, कुछ बिंदुओं की मदद से आपके सामने प्रस्तुत करना चाहते है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. मटका – प्राचीन भारतीय काल में, पर्ची डालने के लिए लोकप्रिय एक पात्र / वस्तु,
  2. सिंगल – सिंगल का अर्थ है 0-9 के बीच कोई भी संख्या,
  3. पेयर / जोड़ी – अब यहां पर पेयर या जोड़ी का अर्थ है 00 – 99 के बीच कोई भी संख्या,
  4. पत्ती / पन्ना – पत्ती या पन्ना का अर्थ यहां पर तीन अंको वाली किसी भी संख्या से है,
  5. ओफन रिजल्ट / क्लोज रिजल्ट – मटका जुए का नतीजा
  6. बेरिज – जोड़ी कुल जमा का अंक

इस प्रकार हमने आपको विस्तार से मटका खेल मे, प्रयोग होने वाले प्रमुख शब्दो की पूरी जानकारी प्रदान की।

Satta Matka Game Kya Hai?

हम अपने सभी पाठको व सट्टा – मटका प्रेमियो को विस्तार से Satta Matka Game Kya Hai? की पूरी जानकारी कुछ बिंदुओं की मदद से प्रदान करेंगे जो कि, इस प्रकार से हैं –

  • जुआओं का राजा है सट्टा – मटका

जिस प्रकार हम सब्जियो, फलो, खेलो व अन्य चीजों में सर्वाधिक लोकप्रिय होती है उसे ’’ राजा ’’ की संज्ञा देते है ठीक इसी प्रकार से सट्टा – मटका को सभी प्रकार के जुआओं का राजा माना जाता है औ इस प्रकार हम, कह सकते है कि, सट्टा – मटका जुआओं का राजा है,

  • कानून के साथ आंख – मिचोली करके खेला जाता है सट्टा – मटका

यह तो एक सामान्य बात है कि, पूरे भारत में, सट्टा – मटका ( जुआ ) गैर-कानूनी है लेकिन फिर भी पूरे भारत मे, बड़े पैमाने पर कानून के साथ आंख – मिचोली का खेल खेलकर सट्टा – मटका खेला जाता हैं।

  • जोखिम से ज्यादा लाभ का आकर्षण होता है

लोग कहते है कि, जुआ खेलना बुरा है लेकिन सट्टा – मटका एक ऐसा जुआ है जिसमें जोखिम से अधिक लाभ का आकर्षण होता है और यही मूल वजह है जो लोगो को प्रमुखता से सट्टा – मटका खेलने के लिए आकर्षित करती है,

  • पुरुष व महिलायें बड़े पैमाने पर खेलती है सट्टा – मटका

हम आपको बता दें कि, आमतौर पर जुआ आदि खेलो को पुरुषो द्धारा खेला जाता है लेकिन सट्टा – मटका एक ऐसा जुआ है जिसे ना केवल पुरुषो द्धारा खेला जाता है बल्कि स्त्रियो, गृहणियो व युवतियों द्धारा बड़े पैमाने पर खेला जाता है आदि।

अन्त इस प्रकार हमने आपको बताया कि, सट्टा – मटका क्या है? ताकि आप इस खेल की अच्छे से जानकारी प्राप्त कर सकें

सट्टा – मटका खेल की शुरुआत कब हुई?

अब हम, अपने सभी पाठको व सट्टा – मटका प्रेमियो को विस्तार से कुछ बिंदुओँ की मदद से बतायेगे कि, सट्टा – मटका खेल की शुरुआत कब हुई जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. हम, आपको बता दें कि, सट्टा – मटका कोई नया या पिछले दिनो शुरु हुआ खेल नही है बल्कि सट्टा – मटका खेल की शुरुआत आधिकारीक तौर पर 21वीं सदी में ही हो गई थी ये प्राचीन काल से ह खेला जाता रहा है जो कि, भारतीय स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी आज तक जारी है,
  2. प्राचीन काल में, सट्टा – मटका खेलने का नियम कुछ अलग ही था अर्थात् एक मटके में, कुछ पर्चियो को डाला जाता था फिर उस मटके से कोई एक पर्ची निकाल कर उसमे लिखें नबर को बोला जाता था इस प्रकार जो उस नंबर की बोली लगाता था वही विजेता होता था और चूंकि इस खेल में प्रमुखता के साथ मटके का प्रयोग होता था इसीलिए इस खेल का नाम मटका रखा गया था,
  3. आपको जानकर हैरानी होगी कि, शुरुआती समय में, कॉटन के दाम पर सट्टा खेला जाता था और इससे भी ज्यादा हैरानी आपको ये जानकर होगी कि, इसे New York Cotton Exchange से Tele Printer के माध्यम से Bombay Cotton Exchange में भेजा जाता था और इस समय कॉटन के शुरुआती दाम और अन्तिम दाम पर सट्टा खेला जाता था,
  4. 90 के दशक में चरम पर था सट्टा – मटका का खेल

हम, आपको बता दें कि, 90 के दशक में, सट्टा मटका का खेल अपने चरम पर था लेकिन 90 के दशक के बाद इसमें कटौती आने लगी लेकिन ये खेल आज भी जीवित है और लोग शौकिया तौर पर इसे खेलना पसंद करते है।

इस प्रकार हमने आपको विस्तार से कुछ बिंदुओं की मदद से बताया कि, सट्टा – मटका खेल की शुरुआत कब हुई थी ताकि आप बेहतर तरीके से इस खेल की जानकारी प्राप्त कर सकें।

सट्टा – मटका खेल कितने प्रकार का होता है?

आइए अब हम, आपको विस्तार से बताते है कि, सट्टा – मटका खेल कितने प्रकार का होता है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. कल्याण मटका,
  2. कुबेर मटका,
  3. मैन मुम्बई मटका,
  4. इंडियन मटका,
  5. दी पी बॉस,
  6. वर्ली मटका,
  7. सुपर डे मटका,
  8. बॉस मटका,
  9. मुधर मटका,
  10. ब्लैक सट्टा,
  11. गली दिसावर,
  12. गुरु दिल्ली,
  13. मायापुरी,
  14. दिल्ली किंग और
  15. मुम्बई मॉर्निंग

अन्त इस प्रकार हमने आपको विस्तार से सट्टा – मटका खेलो के अलग – अलग प्रकार के बारे में बताया। बात ये है कि, ये खेल एक ही है जबकि अलग – अलग स्थानों पर खेले जाने की वजह से इन्हें अलग – अलग नामों से जाना जाता है।

सट्टा – मटका ऑनलाइन कैसे खेलें?

हम आपको बताना चाहते है कि, जिस प्रकार हम, अनेको विकासीय कार्य ऑनलान किये जाते है ठीक उसी प्रकार से विध्वंसक व विनाशक कार्य भी ऑनलाइन कार्य किये जाते है और नीचे दिये जा रहे वेबसाइट्स की मदद से बड़ै पैमाने पर सट्टा – मटका का खेल ऑनलाइन खेला जाता है जो कि, इस प्रकार से हैं –

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सट्टा – मटका खेल के नकारात्मक प्रभाव क्या है?

आइए अब हम, आपको विस्तार से कुछ बिदुंओ की मदद से बताये कि, सट्टा – मटका खेल के क्या – क्या नकारात्मक प्रभाव है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  • सट्टा – मटका एक जुआ है और साथ ही साथ गैर – कानूनी खेल है जिसे कुछ समय लगातार खेलने की वजह से इसकी आदत पड़ जाती है और फिर धीरे – धीरे आप इस खेल के गुलाम बन जाते है और अपना सब कुछ हार बैठते है,
  • इस खेल से हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा में, कटौती है और हमें, जुआरी कहा जाने लगता है,
  • हम, परिश्रम और मेहनत करना छोड़ देते है और बैठे – बैठे चाहते है कि, हमारी सभी जरुरत पूरी हो जाये इस प्रकार हमारा पतन होने लगता है,
  • इस खेल को खेलने की वजह से हमारा भविष्य खतरे में पड़ जाता है।

इस प्रकार हमने आपको सट्टा – मटका खेल के नकारात्मक प्रभावों की जानकारी प्रदान की।

सट्टा – मटका की लत से कैस बचे?

आइए अब हम, आपको उन तरीको के बारे मे बताते है जिनकी मदद से आप सट्टा – मटका की अपनी लत से खुद को बचा सकते है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. हमे, खुद को हमेशा व्यस्त रखना चाहिए,
  2. सट्टा – मटका की जगह दूसरे सकारात्मक खेलो को खेलना शुरु करें जैसे कि – क्रिकेट, बॉलीबॉल, बैड – मिंटन आदि जिससे आप अपने परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय भी व्यतीत कर पायेगे,
  3. अच्छे लोगो की संगति में रहिए,
  4. अपने भीतर धीरे – धीरे बदलाव लाये।

उपरोक्त तरीको की मदद से हम, खुद को सट्टा – मटका खेल की लत से बचा सकते है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने आप सभी पाठको व सट्टा – मटका खेल प्रेमियो को विस्तार से Satta Matka Game Kya Hai? की पूरी जानकारी प्रदान की जो कि, एक जुआ है और साथ ही साथ गैर – कानूनी खेल है जिसके बेहद ही नकारात्मक परिणाम सामने आते है और इसीलिए हम, अपने सभी पाठको से विनती करते है कि, इस खेल से दूरी बनाये रखे व जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए कठोर परिश्रम करने की प्रवृत्ति को अपना मित्र बनायें।

अन्त हम उम्मीद करते है कि, आप सभी पाठको को हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा जिसके लिए आप हमारे इस आर्टिकल को शेयर करेंगे और साथ ही साथ अपने विचार व सुझाव भी हमारे साथ सांक्षा करेंगे ताकि हम इसी प्रकार के आर्टिकल आपके लिए लाते रहें।

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