गोलगप्पा यानी पानी पूरी (Pani Puri) का आविष्कार किसने किया?

आज बच्चे, बूढ़े, और नौजवान में हर किसी को Pani Puri काफी पसंद आता है, पानीपुरी एक ऐसा व्यंजन है जिसे भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। किसी को इस व्यंजन का मीठा स्वाद पसंद है, तो किसी को तीता, कोई दही वाला खाना पसंद करता है, तो कोई मिक्स। गोलगप्पा को भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे – पानी के बताशे, फुलकी, गुपचुप, गोलगप्पा, पानी पुरी, आदि। मगर क्या आपको पता है कि भारत का यह प्रचलित व्यंजन विश्व के अलग-अलग क्षेत्र में प्रचलित है और इसका संबंध भारत के प्राचीन इतिहास से है। गोलगप्पे यानि पानीपुरी का आविष्कार किसने और कब किया।

Pani Puri Ka Avishkar

गोलगप्पा भारत के कुछ सबसे प्रचलित व्यंजन में से एक माना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि गोलगप्पा का संबंध है महाभारत के द्रोपति से है। इसके साथ ही गोलगप्पा व्यंजन का वर्णन ग्रीक के इतिहास और भारतीय प्राचीन इतिहास में किया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि पहला गोलगप्पा किसने बनाया होगा? पनि पूरी का आविष्कार किसने किया? तो आज हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहें और जाने की पानीपुरी का अविष्कार किसने किया था।

पानी पुरी या गोलगप्पा क्या है?

पानीपुरी भारत का एक प्रचलित स्ट्रीट फूड है। यह एक ऐसा व्यंजन है जिसे बड़ी आसानी से भारत के गली कूची से लेकर बड़े-बड़े रेस्टोरेंट में भी खाया जाता है। गोलगप्पा एक सूजी और मैदा का ऐसा फुलका होता है, जिसमे चटपटा आलू भरा जाता है और उसे खट्टी और तीखे पानी में डूबा कर खाया जाता है। यह भारत के कुछ सबसे पसंदीदा स्ट्रीट फूड में से एक है।

गोलगप्पा को भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। इसे पानी के बताशे, फुक्चा, गुपचुप, फुल्की, गोलगप्प, और पानी पुरी के नाम से जाना जाता है। गोलगप्पा आज अलग-अलग फ्लेवर का बनने लगा है। आज खट्टा गोलगप्पा, मीठा गोलगप्पा, दही वाला गोलगप्पा, और मसालेदार मिक्स गोलगप्पा, इसके अलावा और भी अलग-अलग तरह के फ्लेवर में इस बैनर को बनाया जा रहा है।

पहली बार गोलगप्पा किसने खाया?

गोलगप्पा एक बहुत पुराना व्यंजन है भारतीय ग्रंथों के मुताबिक गोलगप्पा को पहली बार महाभारत काल में खाया गया था। महाभारत काल में जब द्रौपदी की शादी पांडवों से हुई थी तब कुंती ने पहली बार द्रौपदी को ऐसा व्यंजन बनाने को कहा जो हल्का हो मगर उससे लंबे समय तक भूख ना लगे। तो रानी द्रोपदी ने अपनी कला का वर्णन करते हुए फुक्चा या गोलगप्पा बनाया था।

जब पांडव और भगवान कृष्ण ने गोलगप्पा खाया तो उन्हें यह बहुत स्वादिष्ट लगा और कुंती ने इस व्यंजन को अमरता का वरदान दिया। तब से लेकर आज तक गोलगप्पा को पूरे भारत में अलग अलग नाम से खाया जा रहा है।

पानी पूरी (Pani Puri) का आविष्कार किसने किया?

गोलगप्पा का आविष्कार भारतीय राजा चंद्रगुप्त के साम्राज्य में उस समय के नामी हलवाईयों ने किया था। विभिन्न इतिहासकारों के द्वारा पानी पूरी या गोलगप्पा का वर्णन भारतीय मगध साम्राज्य में दर्शाया गया है।

ऊपर बताई गई बातों को पढ़ने के बाद अगर आपको ऐसा लगता है कि महाभारत में गोलगप्पा के बारे में नहीं कहा गया होगा। तो हम आपको बता दें कि इस व्यंजन के बारे में भारत के अलग-अलग इतिहास में वर्णन किया गया है। चंद्रगुप्त के काल को भारत के कुछ सबसे पुराने राजा महाराजाओं में से एक माना जाता है। जब दक्षिण बिहार के क्षेत्र में मगध साम्राज्य फल फूल रहा था तब बहुत सारे चीनी बौद्ध यात्री भारत यात्रा पर आते थे। उनमें से प्रचलित बाद यात्री Faxian और Xuanzang ने अपनी किताब में एक ऐसे व्यंजन का जिक्र किया है जो बिल्कुल आज के गोलगप्पे जैसा है।

इस व्यंजन के बारे में उन्होंने बताया है कि खट्टे पानी में डूबा हुआ यह स्वादिष्ट व्यंजन मगध साम्राज्य के सबसे प्रचलित व्यंजन में से एक था। उस समय इस व्यंजन को भारत में किस नाम से जाना जाता था इसके बारे में इतिहासकारों को कुछ नहीं मालूम मगर भारतीय इतिहास को ध्यान पूर्वक पड़ने पर हमने जाना है कि फुलकी गोलगप्पा का सबसे पुराना नाम है।

विदेश में पानी पुरी कैसे प्रचलित हुआ?

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पानी पूरी का जिक्र ग्रीक इतिहासकारों के द्वारा भी किया गया है। सुकरात और उनकी जैसे अन्य प्रचलित दर्शन शास्त्रियों के युग में ग्रीक के कुछ इतिहासकारों ने अपने इतिहास में पानी पूरी का वर्णन किया है। यह अनुमान लगाया जाता है कि पानीपुरी व्यंजन ग्रीक देश किसी भारतीय व्यक्ति के साथ गया होगा।

आज पानी पुरी को पूरे विश्व के लोगों के द्वारा पसंद किया गया है। जिस तरह भारतीय सड़कों पर आप पानीपुरी के ठेले देख पा रहे हैं बिल्कुल इसी तरह कुछ दक्षिण एशियाई देशों में पानीपुरी के ठेले लगाए जाते है। इसके अलावा अमेरिका और इंग्लैंड जैसे प्रगतिपूर्ण देशों में भी छोटी दुकानों में पानी पुरी और इस तरह के अन्य भारतीय व्यंजन मिलते हैं। 

भारत में सबसे ज्यादा खाए जाने वाले स्ट्रीट फूड के रूप में हम पानी पुरी को जानते है। पानीपुरी एक ऐसा स्वादिष्ट व्यंजन है जिसके बिना हम भारत की गली और बाजार की कल्पना नहीं कर सकते। मगर आपको यह जानकर आश्चर्य और गर्व महसूस हो रहा होगा कि पानी पूरी महाभारत काल से चला आ रहा है। इसे भारत के पहले राजा चंद्रगुप्त मौर्य के द्वारा गाया गया है और उस समय से विश्व के अलग-अलग कुएं में पानी पुरी को भारत के प्रचलित व्यंजन के रूप में प्रस्तुत किया गया है जिसमें हर किसी के दिल को जीता है।

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गोलगप्पा खाने के फायदे

वैसे तो गोलगप्पा एक फास्टफूड है मगर इसके विभिन्न फायदे भी हैं जिनके बारे में आपको मालूम होना चाहिए –

  • गोलगप्पे एक ऐसा व्यंजन है जो काफी आसानी से कम सामग्री में बनाया जा सकता है।
  • गोलगप्पा में खट्टा और तीखा का मिश्रण इस तरह इस्तेमाल किया जाता है कि काम गोलगप्पे खाने पर भी हमारा पेट भर जाता है और ज्यादा देर तक भूख नहीं लगती।
  • गोलगप्पा डाइटिंग के लिए सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि इसे खाने के बाद बहुत देर तक भूख नहीं लगती है।
  • गोलगप्पा आप किसी भी मौसम में खा सकते हैं और उसे लंबे समय तक खाने के लिए स्टोर करके भी रखा जा सकता है।

गोलगप्पा खाने के नुकसान 

गोलगप्पा खाने का कुछ नुकसान भी है। यह एक फास्ट फूड है इस वजह से आप कोई किया है व्यंजन अधिक नहीं खाना चाहिए मगर मुख्य रूप से क्या नुकसान है उसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है – 

  • ज्यादा गोलगप्पा खाने से पेट खराब होने की संभावना होती है।
  • रोजाना गोलगप्पा खाने से आपका शरीर सूखने लगता है और अंडरवेट होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • गोलगप्पे तीखा और मसालेदार व्यंजन है जिसका अधिक सेवन करने पर पेट में जलन शुरू हो जाती है।

गोलगप्पा से जुड़े कुछ आवश्यक प्रश्न [FAQ]

Q. गोलगप्पा कैसे बनाया जाता है?

गोलगप्पा का बॉल बनाने के लिए सूजी और मैदा के समान अंतर पर एक मिक्स तैयार करें उसे आटे की तरह कूट लें और बहुत छोटे और बड़े आकार में उसे बेल कर गरम तेल में तल ले। गुपचुप के साथ खाने के लिए आलू की स्टाफिंग और खट्टा तीखा पानी अब अपनी सुविधा के अनुसार और स्वाद अनुसार बना सकते हैं।

Q. पानीपुरी की खोज किसने की है?

पानीपुरी एक बहुत ही पुराना व्यंजन है जिसे शास्त्रों के मुताबिक महाभारत में द्रौपदी ने खोजा था। मगर प्राचीन इतिहास के कुछ किताबों में मगध साम्राज्य और ग्रीक के कुछ साम्राज्य में इस व्यंजन का वर्णन किया गया है।

Q. पानीपुरी का स्वाद कैसा होता है?

पानी पुरी खट्टा और तीखा व्यंजन के रूप में जाना जाता है मगर आज खट्टा, मीठा, दही वाला, और अलग-अलग फ्लेवर में पानीपुरी मिल जाएंगे।

Pani Puri का आविष्कार किसने किया? [Video]

निष्कर्ष

आज इस लेख में हमने आपको बताया कि पानी पूरी (Pani Puri) का आविष्कार किसने किया? इसके अलावा आप को समझाने का प्रयास किया गया कि पानी पूरी का इतिहास कितना पुराना है और क्या किन प्रांतों और साम्राज्य से जुड़ा हुआ है। अगर पानी पुरी के इस दुर्लभ इतिहास को जानने के बाद आप इस व्यंजन को खाने के उत्सुक हो गए हैं तो हमारे लेख को अन्य लोगों के साथ भी साझा करें साथ ही अपने सुझाव और विचार कमेंट में बताना ना भूले।

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