ISI Full Form: ISI का मतलब क्या है?

हम अपने दैनिक जीवन में, बड़े पैमाने पर वस्तुओँ की खरीददारी करते है लेकिन एक कड़वी सच्चाई ये भी है कि, हम अनजाने में, नकली वस्तुओं व नकली ब्रांड द्धारा ठग लिये जाते है क्योंकि ISI की जानकारी नहीं होती है और इसीलिए हम, अपने इस आर्टिकल में, आप सभी को विस्तार से बतायेंगे ISI Full Form in Hindi अर्थात् आई एस आई क्या है?

ISI Full Form

क्या आप जानते है कि, आई एस आई क्या है? यदि नहीं जानते है तो आपको चिन्ता करने की कतई जरुरत नहीं हैं क्योंकि आई एस आई क्या है? इसकी जानकारी आपको विस्तारपूर्वक प्रदान करना हमारा मौलिक कर्तव्य व दायित्व है जिसे हम, पूरी ईमानदारी के साथ निभायेंगे और इसीलिए हम, अपने इस आर्टिकल में, आप सभी को विस्तार से ISI Full Form in Hindi अर्थात् आई एस आई क्या है? की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे।

अन्त, हमारा ये आर्टिकल पूरी तरह से ISI Full Form in Hindi अर्थात् आई एस आई क्या है? पर केंद्रित होगा जिसमें हम, आपको विस्तार से ISI की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे ताकि आप एक ’’ सतर्क व जागरुक उपभोक्ता ’’ बन सकें क्योंकि यही हमारा लक्ष्य हैं।

ISI Full Form क्या है?

आइए अब हम, सबसे पहले अपने सभी उपभोक्ताओँ व युवाओँ को विस्तार से हिंदी व अंग्रेजी में, ISI Full Form in Hindi की जानकारी प्रदान करें जो कि, इस प्रकार से हैं-

  1. ISI Full Form in Hindi – भारतीय मानक संस्थान होता है व
  2. अंग्रेजी में, ISI का Full Form होता है – Indian Standards Institute

उपरोक्त बिंदुओं की मदद से हमने आप सभी को विस्तार से हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओँ में, ISI Full Form की जानकारी प्रदान की।

आई एस आई क्या है?

आइए अब हम, कुछ बिंदुओँ की मदद से आप सभी को विस्तारपूर्वक बतायेंगे कि, आई एस आई क्या है?

ISI क्या है?

इसकी जानकारी हम कुछ बिंदुओँ के रुप मे, प्रस्तुत करना चाहते है जो कि, इस प्रकार से हैं-

  • जैसा कि, आप सभी को हमने अपने इस आर्टिकल की शुरुआत में, ही ISI का फुल फॉर्म बताया जो कि, हिंदी में – भारतीय मानक संस्थान व अंग्रेजी में Indian Standards Institute होता है,
  • सरल भाषा में, कहें तो बाज़ार में, मिलने वाले सभी प्रकार के उत्पादों / वस्तुओं की गुणवत्ता को मौलिकता व प्रमाणिकता प्रदान करने के लिए Indian Standards Institute अर्थात् ISI नामक Certification Mark लगाया जाता है जिससे वस्तु या उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित होती है,
  • किसी भी वस्तु की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए उस पर ISI Logo लगाया जाता है और यदि कोई वस्तु / उत्पाद बाजार में, बिना ISI Logo के बेचा जा रहा है तो इसका सीधा- अर्थ है कि, उसे बनाने वाली कम्पनी फर्जी है, वस्तु की गुणवत्ता घटिया है और इसे भारत सरकार द्धारा मान्यता नहीं दी गई है।

उपरोक्त बिंदुओँ की मदद से हमने आपको बताया कि, ISI क्या है?

ISI का गौरवमयी इतिहास क्या है?

आइए अब हम, कुछ बिंदुओं की मदद से आप सभी को विस्तार से ISI के गौरवमयी इतिहास से परिचित करवायें जो कि, इस प्रकार से हैं-

  • भारत सरकार द्धारा आधिकारीक तौर पर ISI की स्थापना 6 जनवरी, 1947 को हुई थी,
  • जून 1947 में, जाकर ISI के प्रथम निदेशक के तौर पर डॉ. लाल. सी वर्मन को नियुक्त किया गया था।

उपरोक्त बिंदुओं की मदद से हमने आपको ISI के गौरवमयी इतिहास से परिचित करवाया।

BIS क्या है व क्या कार्य करता है?

हम, अपने सभी पाठको को कुछ बिंदुओं की मदद से बतायेंगे कि, BIS क्या है व क्या कार्य करता है?

BIS क्या है?

सबसे पहले हम, अपने सभी पाठको व युवाओं को बता दे कि, भारत सरकार द्धारा प्रत्येक वस्तु/उत्पाद की उत्तम गुणवत्ता को सुनिश्चित करने वाली ISI को BIS में, बदल दिया गया है जिसे साल 1986 के प्रमाणीकरण कानून द्धारा अधिकृत किया गया है।

BIS का फुल फॉर्म क्या है?

BIS का हिंदी में, फुल फॉर्म होता है – भारतीय मानक ब्यूरो।

BIS का कार्य क्या है?

अब हम, आप सभी को बता दें कि, BIS का मुख्य कार्य औद्यौगिक वस्तुओँ की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने वाले मानकों की जांच करना है ताकि उपभोक्ताओँ को गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की प्राप्ति हो सकें,

  • यहां पर हम, आप सभी को एक बात स्पष्ट कर देना चाहते है कि, ISI को BIS में, बदल दिया गया है तो इसका अर्थ ये नहीं है कि, ISI समाप्त कर दिया गया है बल्कि इसे एक उच्च स्थान प्रदान किया गया है जिसके तहत किसी भी वस्तु को ISI प्राप्त करने सबसे पहले BIS के सभी मानको को पूरा करना होगा जिसके बाद जाकर उन्हें ISI सर्टिफिकेट की प्राप्ति होगी,
  • उदाहरण के तौर पर आपको समझायें तो ये कह सकते है कि, यदि आप किसी भी उत्पाद को भारतीय बाजार में, लांच करना चाहते है तो सबसे पहले आपको BIS के सभी मानको को पूरा करना होगा जिसके बाद जाकर आपको ISI की प्राप्ति होगी और आप अपने उत्पाद को भारतीय बाजार में, बेच सकते है।

उपरोक्त बिंदुओँ की मदद से हमने आपको बताया कि, BIS क्या है व क्या कार्य करता है।

ISI Mark क्या होता है?

आइए अब हम, आप सभी को कुछ बिंदुओं की मदद से बतायें कि, ISI Mark क्या होता है?

  • ISI द्धारा प्रमाणित वस्तुओँ / उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित होने के बाद उन्हें एक विशेष Mark प्रदान किया जाता है जिसे उस वस्तु/उत्पाद पर लगाया जाता है और इसे ही ’’ ISI Mark ’’ कहा जाता है,
  • किसी भी वस्तु/उत्पाद को बाज़ार में, लांच करने से पहले ISI Mark के लिए एक विशेष ISI Mark लैब में, भेजा जाता है जहां पर उस वस्तु/उत्पाद की सभी प्रकार से जांच की जाती है और उसकी गुणवत्ता को परखा जाता है और यदि वस्तु इन सभी मानको पर खरा उतरता है तो उस वस्तु / उत्पाद को ISI Mark प्रदान कर दिया जाता है।

उपरोक्त बिंदुओं की मदद से हमने आप सभी को ISI Mark क्या है की जानकारी प्रदान की।

ISI का क्या उद्धेश्य है?

आइए अब हम, कुछ बिंदुओं की मदद से आप सभी को ISI के उद्धेश्यों के बारे में, बतायें जो कि, इस प्रकार से हैं-

  • किसी भी वस्तु/उत्पाद की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना,
  • वस्तु/उत्पाद की बिक्री बढ़ाना,
  • वस्त/उत्पाद पर उपभोक्ताओँ के विश्वास को स्थापित करना,
  • उपभोक्ताओँ के स्वास्थ्य का सशक्तिकरण करना,
  • उपभोक्ताओँ को जागरुक व सतर्क बनाना,
  • उपभोक्ताओँ का सामाजिक – आर्थिक विकास करना और
  • उपभोक्ताओं का “ग्राहक सशक्तिकरण करना”

ISI का लाभ क्या है?

अब कुछ बिंदुओँ की मदद से हम, आप सभी को ISI के लाभों के बारे में, बताते है जो कि, इस प्रकार से हैं-

  • सभी उपभोक्ताओँ का ’’ उपभोक्ता सशक्तिकरण ’’ होता है,
  • उपभोक्ताओँ को गुणवत्तापूर्ण वस्तुओँ/उत्पादों की प्राप्ति होती है,
  • उपभोक्ताओं का सामाजिक – आर्थिक विकास होता है,
  • उपभोक्ताओँ को नकली व हानिकारक वस्तुओँ के नुकसान से छुटकारा मिलता है,
  • ISI सभी उपभोक्ताओँ को खराब गुणवत्ता वाले वस्तुओँ/उत्पादों की शिकायत करने का अधिकार प्रदान करता है।

उपरोक्त सभी बिंदुओं की मदद से हमने आपको बताया आई एस आई क्या है।

निष्कर्ष

अन्त हमने अपने इस आर्टिकल में, अपने सभी उपभोक्ताओँ व ग्राहकों को विस्तार से ISI की जानकारी प्रदान की ताकि हमारे सभी ग्राहक व उपभोक्ता जागरुकता व सतर्कतापूर्वक अपने उपभोक्ता अधिकारों का लाभ प्राप्त कर सकें और गुणवत्तापूर्ण वस्तुओँ/उत्पादों का प्रयोग करके अपने सामाजिक व आर्थिक विकास कर सकते है।

हमें, उम्मीद है कि, आपको हमारा ये आर्टिकल ISI Full Form जरुर पसंद आया होगा व आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए मूल्यवान सिद्ध हुई होगी जिसके लिए ना केवल आप हमारे इस आर्टिकल को शेयर करेंगे बल्कि साथ ही साथ कमेंट करके अपने विचार व सुझाव भी बतायेंगे ताकि हम, इसी तरह के आर्टिकल आपके लिए ला सकें।

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