साइकिल (Cycle) का आविष्कार किसने और कब किया था?

शायद ही किसी का बचपन बिना साईकिल चलाये, साईकिल से गिरे या फिर साईकिल चलाने के कारण मार खाने के बिना बिता हो क्योंकि साईकिल ना केवल हमारे बचपन का साथी था बल्कि हमारे आज भी है और इसीलिए बचपन के अपने इस साथी के आविष्कार की पूरी कहानी अर्थात् हम आपको बतायेगे कि, Cycle Ka Avishkar Kisne Kiya?

Cycle Ka Avishkar Kisne Kiya

Cycle Ka Avishkar Kisne Kiya? की पूरी जानकारी आपको विस्तार से प्रदान करने के साथ ही साथ हम आपको यह भी बतायेगे कि साइकिल का आविष्कार किसने किया और कब किया? ताकि आप साईकिल आविष्कार को लेकर हुए सभी प्रयासो की गहराई को समझ सके।

अन्त, हमारा यह आर्टिकल कई मायनो मे, बेहद मौलिक होने वाला है क्योंकि हम आपको इंसान की सबसे पुरानी साथी और सड़की की रानी कही जाने वाली साईकिल के जन्म की कहानी बतायेगे जिसके लिए आपको अन्त तक इस आर्टिकल को पढ़ना होगा ताकि आप पूरी – पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें।

वर्तमान समय में, साईकिल की उपयोगिता

इससे पहले हम आपको ये बताये कि, Cycle Ka Avishkar Kisne Kiya? हम आपको बताना चाहते है कि, वर्तमान समय में, साईकिल की क्या उपयोगिता / प्रासंगिकता है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. पूरा विश्व इस समय सभी प्रकार के प्रदूषणो की चपेट में आ चुका है,
  2. मानव – जाति का इस प्रदूषणमय संसार में रहना दुभर हो गया है और ये अलग बात है कि, इस घनघोर प्रदूषक का जन्म भी मानव ही है,
  3. साईकिल की उपयोगिता की बात की जाये तो हम आपको बता दें कि, भले ही आपके पास 10 लाख या फर 50 लाख की गाड़ी है लेकिन क्या आपके पास पेट्रौल व डीजल है? नहीं है ना, व इसीलिए आने वाले समय से हमारे सभी ये वाहन हमारे घर मे कबाड़ ही बनने वाले है,
  4. साथ ही साथ इन महंगे वाहनो की सवारी करके हमारे अनेको मानवो का वजन, मोटापा, प्रकृति के दूरी आदि की समस्या भी बढ़ी है क्योंकि इन मंगहे वाहनो की तुलना में, साईकिल चलाने से ना केवल हमारे शरीर का रक्त – संचार दुरुस्त रहता है जो कि, हमारे स्वास्थ्य को दुरुस्त करता है, हम प्रकृति के निकट खुद को पाते है,
  5. साईकिल सबसे सस्ता, शून्य प्रदूषण उत्पन्न करने वाला मानव – जनित वाहन है जिसकी उपयोगिता मानव – जाति की तरह के अमर है और अमर ही रहेगी आदि।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको कुछ बिंदुओँ की मदद से साईकिल कि, वर्तमान समय में, उपयोगिता / प्रासंगिकता का जिक्र किया ताकि आप साईकिल के महत्व को समझ सकें।

Cycle Ka Avishkar Kisne Kiya?

सडक की रानी और मानव की सबसे भरोसेमंद कही जाने वाली इस साथी अर्थात् साईकिल का निर्माण किसने किया अर्थात् Cycle Ka Avishkar Kisne Kiya? की पूरी जानकारी प्रस्तुत करने के लिए हम, कुछ बिदुंओं की मदद लेगे जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. विश्व में सर्वप्रथम साईकिल का निर्माण ’’ जर्मनी ’’ में लगभग 1817 के आस – पास हुआ था,
  2. अब आपको बता दें कि, साईकिल का निर्माण साल 1817 में, जर्मनी के वन अधिकारी Karl Von Drais द्धारा किया गया था,
  3. इसीलिए यदि आपका भी प्रश्न है कि, साइकिल का आविष्कार किसने किया और कब किया? तो अब आपको इसका जबाव मिल गया होगा कि, साईकिल का आविष्कार साल 1817 मे, जर्मनी के वन अधिकारी Karl Von Drais द्धारा किया गया था आदि।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको विस्तार से बताया कि, साईकिल का निर्माण कैसे हुआ और किसने किया।

साईकिल के आविष्कार के पीछे कारण, पृष्ठभूमि या वजह क्या थी?

’’ जरुरत ही, आविष्कारो की जननी है ’’ के सिद्धान्त को चरितार्थ करते हुए हम आपको विस्तार से कुछ बिंदुओं की मदद से बताना चाहते है कि, आखिर साईकिल के आविष्कार के पीछे मूल कारण क्या था जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. यदि आप भी साईकिल के निर्माण के कारणो की खोज करना चाहते है तो आपको हमारे साथ साल 1815 के दौर में, इंडोनेशिया का रुख करना होगा,
  2. उस दौर में, इंडोनेशिया में, माउंट टैम्बोरा नाम एक विशाल ज्वालामुखी हुआ करता था औऱ साल 1815 में, जाकर इसी विश्वाल ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था जिसके प्रदूषण व तबाही की गवाही पूरे विश्व ने दी थी,
  3. इस विशाल ज्वालामुखी में हुए विस्फोट से निकल राख के कण पूरे विश्व में, घने बादल बनकर छा गये जिससे ना केवल पूरे विश्व के तापमान में अस्वास्थ्यकर बदलाव देखा गया जिससे दुनिया भर की फसले बर्बाद हो गई और भूखमरी की नौबत तक आ गई,
  4. आपको बता दें कि, इस विस्फोट का सबसे बुरा प्रभाव पालतू मवेशियो पर पड़ा था क्योंकि एक तो ये प्रदूषण सीधा ही हवा के द्धारा उनके शरीर के भीतर जाकर उन्हें नुकसान पहुंचा रहा था दूसरा फसल बर्बाद होने की वजह से भी बडे पैमाने पर मवेशियो की मृत्यु पुरे विश्व में एक साथ हुई,
  5. ये वो दौर था जहां पर मानवो द्धारा सामान लाने या फिर ले जाने के लिए जानवरो / मवेशियो का प्रयोग किया जाता था लेकिन साल 1815 में मवेशियो की हुई व्यापक मृत्यु से मानव जाति के सामानो का एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने की प्रक्रिया स्थगित सी हो गई,
  6. कहा जाता है कि, ’’ आवश्यकता ही आविष्कारो की जननी होती है ’´जो कि, एक वास्तविकता है क्योंक मवेशियो की हुई इस व्यापक मृत्यु से ठप्प पड़ चुके समानो की आवाजाही के लिए मानव द्धारा साईकिल निर्माण करने का विचार किया गया और इस प्रकार साईकिल की अवधारणा सामने आई,
  7. तत्कालीन समय में, संसाधनो की पर्याप्त उपलब्धता ना होने की वजह से केवल लड़की के ही साईकिल बनाये जाते थे औऱ
  8. अन्त में, हम आपको बता दें कि, Karl Von Drais द्धारा जिस साईकिल का निर्माण किया गया था उसका कुल वजन 23 किलोग्राम था जिससे 7 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग 1 से अधिक घंटे का समय लगता था जिसे Karl Von Drais द्धारा आधिकारीक तौर पर 12 जून, 1817 में, जर्मनी के दो बड़े शहरो – मैनहेम व रिनाऊ में चलाकर इसका उद्घाटन किया गया था और इस प्रकार साईकिल ने, मानव- जीवन में प्रवेश किया आदि।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको विस्तारपूर्वक साईकिल के आविष्कार के पीछे के मुख्य कारणो से आपको अवगत करवाया ताकि आप पूरी पृष्ठभूमि को समझ सकें।

भारत में साइकिल का आविष्कार कब हुआ?

अब हमारे अनेको विद्यार्थियो, युवाओं व पाठको के मन मे सवाल आया होगा कि, भारत में साइकिल का आविष्कार कब हुआ?

तो हम आपके इस स्वाभाविक सवाल का जबाव कुछ बिंदुओँ की मदद से देंगे जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. जिस प्रकार अनेको चीजो की शुरुआत भारत में अंग्रेजो के आने के साथ शुरु हुई थी ठीक उसी प्रकार से भारत में, साईकिल की अवधारणा भी अंग्रेजो के साथ भारत में आई,
  2. चूंकि शुरुआत में, भारत में साईकिल का निर्माण नहीं होता था इसी वजह से हमें अनाज व अन्य चीजो के साथ ही साथ साईकिल भी दूसरे देशो से आयात करना पड़ता था,
  3. लेकिन कुछ ही समय बाद भारत में, साईकिल बनाने वाली एकमात्र कम्पनी अर्थात् हिंद साईकिल कम्पनी ( मुम्बई में स्थित था ) द्धारा साल 1942 में जाकर आधिकारीक तौर पर साईकिल निर्माण का कार्य शुरु किया गया था जिससे साईकिल हेतु दूसरे देशो पर हमारी निर्भरता समाप्त हुई और हमने स्व – देशी साईकिल की सैर शुरु की औऱ
  4. अन्त में, ताजा मिले आंकड़ो के अनुसार हम आपको बता दें कि, वर्तमान समय में चीन सबसे अधिक मात्रा में साईकिल बनाता है और चीन के बाद हमारे भारत में साईकिल का सबसे अधिक निर्माण किया जाता है आदि।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको विस्तार से भारत में साइकिल का आविष्कार कब हुआ का पूरा संतोषदायी जबाव प्रस्तुत किया।

आधुनिक साईकिल का निर्माण कब व किसने किया?

शुरुआती साईकिल निर्माण की पूरी जानकारी प्रापत करने के बाद आईए अब हम आपको बताते है कि, आधुनिक साईकिल का निर्माण किसने व कब किया?

शुरुआती दौर में केवल लकड़ी की साईकिल बनाई जाती थी वो भी बिना पैडल वाली और इसीलिए हम आपको बता दें कि, पैडलो वाली पहली आधुनिक साईकिल का निर्माण साल 1863 मे, एक फ्रांसीसी मैकेनिक पियरे लालेमेंट द्धारा किया गया था।

अन्त, हमने आपको विस्तार से बताया कि, आधुनिक साईकिल का निर्माण कब व किसने किया था।

साईकिल के क्रमिक विकास को दर्शाने वाले रोचक तथ्य व सत्य?

अपने सभी पाठको, विद्यार्थियो व युवाओं को कुछ बिदुंओ की मदद से साईकिल के क्रमिक विकास से संबंधित कुछ रोचक तथ्यो से अवगत करवाना चाहते है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. साल 1817 मे निर्माण किये गये साईकिल मे, पैडल व गियर नहीं होता था,
  2. साल 1863 में जाकर एक फ्रांसीसी मैकेनिक पियरे लालीमेंट द्धारा पैडल वाली साईकिल का निर्माण किया गया था,
  3. वहीं दूसरी तरफ पेरिस के पियरे मैचिक्स ने, ऑलिवर ब्रदर्श के साथ मिलकर साल 1867 में ही व्यावसायिक तौर पर पैडल वाली साईकिल के निर्माण का कार्य करके मोटा मुनाफा कमाया था जिसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है कि, वे हर महिने 200 साईकिल बेचा करते थे,
  4. अब हम आपको बता दे कि, साईकिल के पहियो मे स्पोक का आविष्कार फ्रांसीसी मैकेनिक यूजीन मेयर द्धारा साल 1869 मे किया गया था,
  5. यहां पर हम आपको बता दें कि, भले ही साईकिल के विभिन्न हिस्सो व पुर्जो का निर्माण अलग – अलग काम में अलग – अलग समय में हुआ था लेकिन The Father of Cycle Trade के तौर पर ब्रिटिश मूल के जेम्स स्टारली को सम्मानित किया जाता है क्योंकि उन्होने साईकिल निर्माण में क्रान्तिकारी बदलाव किये थे जिसकी वजह से उन्हें ’’ साईकिल व्यसाय का पितामह ’’ कहा जाता है,
  6. साईकिल की उपयोगिता को आप इसी तथ्य व सत्य से महसूस कर सकते है कि, नीदरलैंड्स में आज भी छोटी दूरी वाली 27 प्रतिशत यात्राओ को केवल साईकिल से ही पूरा किया जाता है,
  7. वर्तमान समय में, दुनिया में 1 अरब से अधिक साईकिले है जिसके तहत साईकिलो का सर्वाधिक उत्पादन चीन के द्धारा किया जाता है व चीन के बाद भारत के द्धारा किया जाता है आद।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको विस्तार से साईकिल निर्माण से संबंधित सभी प्रकार को रोचक तथ्यो व सत्यो को आपके सामने प्रस्तुत किया ताकि आप अपनी सामान्य जानकारी में वृद्धि कर सकें।

साईकिल ही मानव – जाति का भविष्य है?

शुरु से लेकर आज तक मानव – जाति ने, अपार विकास किया है इसमें कोई दो – राय नहीं है लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा कि, साईकिल ही हमारा भविष्य है जिसके पक्ष में हम इन बिदुंओँ को प्रस्तुत कर सकते है जो कि, इस प्रकार से हैं –

  1. वर्तमान समय में लगातार बढ़ रहे औद्यौगिकीकरण के कारण प्रदूषण का स्तर जानलेवा स्तर तक पहुंच गया है,
  2. वहीं दूसरी तरफ आज के अत्याधुनिक वाहनो द्धारा भी विभिन्न प्रकार के रसायनो के खुले वातावरण में विसर्जन से प्रदूषण का स्तर घातक हो चला है,
  3. साथ ही साथ पूरे विश्व में, पैट्रोल व डीजल की आगामी समय में भारी कमी होने वाली है और इसीलिए हमें अन्तत, साईकिल को अपनाना होगा,
  4. हम आपको बता दें कि, साईकिल चलाने से हमारे पूरे शरीर के एक – एक अंक कसरत होती है, हमारे समय की बचत होती है, 0 से भी कम मात्रा में प्रदूषण उतपन्न होता है, पेट्रोल या फिर डीजल पर हमारी निर्भरता समाप्त होती है और आगामी मानव – जाति का यही एक मात्र अन्तिम विकल्प हो सकता है आदि।

अन्त, प्रकार हमने अपने तर्क के पक्ष में दलील दी है जिस पर आप भी अपने विचार हमें कमेंट करके दे सकते है।

सारांश

आप सभी युवाओँ, विद्यार्थियो व पाठको को समर्पित अपने इस आर्टिकल मे, हमने ना केवल आपको विस्तार से Cycle Ka Avishkar Kisne Kiya? के बारे में बताया बल्कि साईकिल के आविष्कार से जुड़े अनेको पहलूओँ जैसे कि – भारत में साइकिल का आविष्कार कब हुआ? व साइकिल का आविष्कार किसने किया और कब किया? आदि की पूरी जानकारी बिंदु – दर – बिंदु प्रदान की ताकि आप इनकी जानकारी प्राप्त कर सकें। अन्त, हमें आशा है कि, आपको हमारा यह आर्टिकल बेहद ज्ञानवर्धक प्रतीत हुआ होगा जिसके लिए आप हमारे इस आर्टिकल क लाइक, शेयर व कमेंट करेगे।

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